मंजीत साहू ने वल्र्ड पुलिस गेम में दो गोल्ड जीतकर रिकार्ड बनाया

गर्व की बात है कि उनके बेटे ने गांव की मिट्टी से मेहनत कर विश्व में नाम रोशन किया है। मंजीत के घर पहुंचने व सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। मंजीत का टारगेट अब ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना व देश के नाम गोल्ड जीतकर भारत व भारतीय पुलिस का झंडा विश्व में ऊंचा करना है।

मंजीत साहू ने वल्र्ड पुलिस गेम में दो गोल्ड जीतकर रिकार्ड बनाया

चरखी दादरी। कहते हैं मन में कुछ करने का जज्बा और काम के प्रति की गई मेहनत आखिर रंग लाती ही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं दादरी जिले के गांव रानीला निवासी व हरियाणा पुलिस में एएसआई मंजीत साहू की। मंजीत साहू ने वल्र्ड पुलिस गेम में दो गोल्ड मेडल जीतकर रिकार्ड बनाया है। मंजीत ने फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन दोनों में ही गोल्ड मेडल जीता।मंजीत की इस उपलब्धि पर जहां परिजनों व ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई वहीं सीएम और डीजीपी ने पहलवान मंजीत को बधाईयां भी दी हैं। परिजनों की मानें तो 10 बार भारत कुमार रह चुके मंजीत का टारगेट ओलंपिक में क्वालीफाई करते हुए देश के लिए मेडल जीतना है। पहलवान मंजीत साहू ने चीन के चेगडू शहर में आयोजित पुलिस वल्र्ड गेम में फ्री स्टाइल व ग्रीको रोमन कुश्ती प्रतियोगिता में 86 किलो ग्राम भार वर्ग से गोल्ड मेडल हासिल कर भारत का नाम रोशन किया है। ये इससे पहले वर्ष 2011 व 2015 में भी वल्र्ड गेम में गोल्ड जीत चुके हैं। मंजीत की इस उपलब्धि पर गांव में जश्न का माहौल है। मंजीत के सम्मान के लिए गाव में बड़े धूमधाम से तैयारिया शुरू कर दी गई है। मंजीत 10 बार भारत कुमार भी रह चुके हैं तथा राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक हासिल कर चुके हैं। मंजीत इस समय हरियाणा पुलिस में एएसआई के पद पर मधुबन में कार्यरत हैं। मंजीत साहू पुलिस विभाग ज्वाइन करने से पहले भारतीय खेल प्राधिकरण खेल छात्रावास भिवानी में अभ्यास करते थे। परिजनों के अनुसार मंजीत शुरू से ही मेहनती एवं लग्नशील काम के प्रति समर्पित रहा है। मंजीत के पिता मंगतू राम किसान है व माता सुरेश देवी गृहिणी है।

 

 

 

 सह उनके लिए गर्व की बात है कि उनके बेटे ने गांव की मिट्टी से मेहनत कर विश्व में नाम रोशन किया है। मंजीत के घर पहुंचने व सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। मंजीत का टारगेट अब ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना व देश के नाम गोल्ड जीतकर भारत व भारतीय पुलिस का झंडा विश्व में ऊंचा करना है।पिता मंगतू साहू ने बताया कि मंजीत स्कूली स्तर से ही पहलवानी करता आ रहा है। वर्ष 2008 में हरियाणा पुलिस में भर्ती होने के बाद मंजीत ने रेसलिंग में पीछे मुडक़र नहीं देखा। अब तक अनेक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुका है। मंजीत द्वारा वल्र्ड पुलिस गेम में दो गोल्ड जीतकर गांव ही नहीं बल्कि क्षेत्र व देश का नाम रोशन किया है।