दिल्ली के नरेला में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का बना मजाक 

बाहरी दिल्ली के नरेला में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का मजाक बना दिया हैं उन्ही के पार्टी के वार्ड व निगम पार्षदों ने। बात करे नरेला के पॉकेट 4 सेक्टर A-10 की तो यहां सरकारी स्कूल के ठीक बाहर ही फैले कूड़े का ढेर ना सिर्फ प्रधान सेवक के स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियाँ उदा रहा हैं बल्कि बच्चो को बीमारियों की गिरफ्त में झोक रहा है।

दिल्ली के नरेला में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का बना मजाक 

बाहरी दिल्ली के नरेला में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का मजाक बना दिया हैं उन्ही के पार्टी के वार्ड व निगम पार्षदों ने।  बात करे नरेला के पॉकेट 4  सेक्टर A-10  की तो यहां सरकारी स्कूल के ठीक बाहर ही फैले कूड़े का ढेर ना सिर्फ प्रधान सेवक के स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियाँ उदा रहा हैं बल्कि बच्चो को बीमारियों की गिरफ्त में झोक रहा है। इस कूड़े से आस पास के लोग परेशान हैं और कई बार वार्ड पार्षद सविता खत्री को इसकी सूचना भी दे चुके हैंलेकिन पार्षदों की नींद हैं चुनाव से पहले खुलती कहा है। अभी 2 अक्टूबर बीता है और लोगो ने देश को स्वच्छ रखने की शपथ ली हैं। नेताओं स्वच्छता का आह्वान तो किया ही हैं , हाथो में झाड़ू लेकर फोटो भी खूब शेयर किये हैं। 2  अक्टूबर खत्म, और अब उसी के साथ खत्म स्वच्छता के सारे वादे और दिखावे।  बात करते हैं बाहरी दिल्ली के नरेला की।  अपने चारो और इंडस्ट्री से घिरा ये इलाका अपने आप में एक कचड़े का डब्बा बनता जा रहा हैं।नरेला पॉकेट 4  सेक्टर ए 10  में प्रतिभा स्कूल के पास कूदो का अम्बार लगा है। आने जाने वाले बच्चे डेंगू जैसे खतरनाक बीमारियों के चपेट से में आन से डरे हुए हैं।  यहां पिछले तीन महीने से सफाई वाला या कोई MCD विभाग वाला नहीं आया। RTI का जवाब नहीं आया और तो और स्वच्छता का नारा देने वाले प्रधान सेवक के पार्टी से ताल्लुक रखने वाली वार्ड पार्षद सविता खत्री का ही ध्यान गया।  अब सवाल ये है कि क्या भाजपा के छोटे और क्षेत्रीय स्तर के नेता सवछता का सिर्फ दिखावा करते हैं या उन्हें वाकई मोदी के मिशन की, अपने क्षेत्र के सफाई की और लोगो के स्वाथ्य की कोई फिर है ? देखना है की अब और कितने दिन तक ये कूदो का ढेर यहां पड़ा रहता हैं।