पढ़े-लिखे नेताओं को वोट देने की अपील करने वाले करण सांगवान को फोगाट खापों का समर्थन

फोगाट खाप के प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि सरकार के दबाव में करण सांगवान के लिए नाइंसाफी की गई है। फोगाट खाप करण के साथ है और जो भी उसके लिए करना पड़े, खाप तत्पर रहेगी। क्षेत्र का बेटा करण के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।

चरखी दादरी || पढ़े-लिखे नेताओं को वोट देने की अपील करने वाले करण सांगवान को अनएकेडमी के निकालते ही खाप पंचायतें समर्थन में आ गई हैं। खापों के अलावा राजनीतिक लोगों ने इसे सरकार की साजिश बताते हुए बेटा को न्याय दिलवाने के लिए एकजुकट हाेकर संघर्ष करने की बात कही है। सांगवान व फोगाट खाप ने तो बेटा करण सांगवान के लिए खुले रूप से मैदान में आकर लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया। करण के पैतृक गांव तिवाला में सांगवान खाप प्रतिनिधियों ने उसके परिजनों के साथ चर्चा की। बता दें कि चरखी दादरी के गांव तिवाला निवासी करण सांगवान द्वारा ऑनलाइन प्लेटफार्म पर शिक्षित लोगों को ही वोट देने का विडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है। करण सांगवान को नौकरी से निकालने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। इस फैसले की व्यापक रूप से आलोचना की भी जा रही है। करण सांगवान को जहां विपक्षी नेताओं जैसे अरविंद केजरीवाल, दीपेंद्र हुड्डा और उद्धव ठाकरे की शिवसेना से पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं उनके समर्थन में सांगवान व फोगाट खाप के अलावा अन्य संगठन में उतर आए हैं।

क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है?

सांगवान खाप के कन्नी प्रधान रामसिंह ने कहा कि क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? राजनीतिक लोग अनपढ हैं और अपना स्वार्थ साधने में लगे हैं। खाप बेटा के साथ है और उसकी लड़ाई में एकजुट होकर कोई भी संघर्ष के लिए तैयार हैं। वहीं करण के दादा अतर सिंह व ग्रामीण नित्यानंद सांगवान  ने कहा कि आधुनिक जमाने को देखते हुए बेटा करण की सोच बहुत अच्छी है। उसने युवाओं को आह्वान कर देशद्रोही की बात नहीं कही बल्कि अपनी भावनाएं बताई हैं। इस तरह बेटा को नौकरी से निकालना सरकार की साजिश है। सरकार के दबाव में करण के साथ अन्याय हुआ है, इसे वे सहन नहीं करेंगे और कुछ भी करने को तैयार हैं।

साजिश का शिकार हुआ बेटा करण : सतपाल

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि करण सांगवान द्वारा बच्चों का भविष्य संवारने में अहम रोल है। करण ने जो बात कही है, वही किसी पार्टी या संगठन को लेकर नहीं बल्कि आधुनिक भारत को लेकर युवाओं की भूमिका पर सही बोला है। करण को राजनीतिक रूप से साजिश का शिकार बनाया गया है। बेटा करण को इस तरह से नौकरी से निकालना गलत है, हम बेटा के साथ हैं।