पराली न जलाने को लेकर किसानों को किया गया जागरूक

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव व पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के निदेशक-सह-सचिव प्रदीप कुमार, फतेहाबाद के डीपीआरसी भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में लिया भाग, पराली न जलाने को लेकर किसानों को किया गया जागरूक, घग्घर नदी की सफाई को लेकर भी 31 जुलाई तक का मांगा समय, कहा लगातार चल रहा है इस पर काम।

फतेहाबाद || फतेहाबाद के लघु सचिवालय के समीप डीपीआरसी भवन में आज फसल अवशेष जलाने के संबंध में राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रों, उपकरणों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव शामिल हुए और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव व पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के निदेशक-सह-सचिव प्रदीप कुमार ने भी कार्यक्रम में आए हुए लोगों को संबोधित किया।

मीडिया से बातचीत करते हुए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि फतेहाबाद पराली जलाने में राज्य में नंबर वन है और वह चाहते हैं कि फतेहाबाद जिला पर्यावरण संरक्षण में नंबर वन हो। उन्होंने कहा कि आज वह इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं और किसानों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह पराली प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएंगे और फतेहाबाद जिले में धान के सीजन में पराली नहीं जलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह किसानों को लगातार जागरुक भी कर रहे हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर भी उन्होंने कहा कि इलाके में जूट और प्लास्टिक फ्री सामान से बैग बनाने का उद्योग लगाने को लेकर भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि लोगों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक की जगह अन्य संसाधन मिल सके और वह सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करना बंद कर दें। फतेहाबाद में चल रही कोयले की अवैध भट्टियों को लेकर भी उन्होंने कहा कि इसे बंद करवाने को लेकर भी प्रशासन को आदेश जारी किए जाएगें।

मीडिया से बातचीत करते हुए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव व पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के निदेशक-सह-सचिव प्रदीप कुमार ने कहा कि घग्घर नदी में प्रदूषण को लेकर कहा कि इसके लिए 31 जुलाई तक का समय निर्धारित किया गया है। जाखल और रतिया में घग्गर को प्रदूषित करने को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसको लेकर काम शुरू हो चुका है और वह 31 जुलाई तक अगर को प्रदूषण मुक्त कर देंगे। कूड़ा प्रबंधन प्लाट को लेकर भी उन्होंने फतेहाबाद जिला प्रशासन को एवं आदेश जारी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि रिहायशी क्षेत्रों में कूड़ा प्रबंधन का कार्य नहीं किया जा सकता है इसके लिए नगर परिषद को एनओसी लेनी होगी और जगह का प्रबंध करना होगा।