हरियाणा कुश्ती संघ मे मचा बवाल, कुश्ती संघ के महासचिव और प्रधान हुए आमने-सामने

राकेश कोच का कहना है कि प्रधान रोहतास नांदल के पास ऐसी पावर नहीं है कि वह किसी को सस्पेंड कर सके। इस बारे में ना तो कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई और ना ही कुश्ती के लिए काम करने वाले इन सचिवों से पहलवानों के साथ धरने में शामिल होने का कारण पूछा गया। इसलिए उन्होंने हिसार के सचिव संजय सिंह मलिक को तुरंत बहाल किया है और रोहतास नांदल पर मनमर्जी करने और तानाशाही करने के आरोप लगाए हैं।

बहादुरगढ़ || एक तरफ देश के नामचीन पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। तो वही हरियाणा कुश्ती संघ में भी घमासान मचा हुआ है। हरियाणा कुश्ती संघ के प्रधान और महासचिव आमने-सामने आ गए हैं। हरियाणा कुश्ती संघ के प्रधान द्वारा झज्जर, हिसार और मेवात के सचिवों को सस्पेंड करने को एसोसिएशन के महासचिव राकेश कोच ने गलत ठहराया है। महासचिव राकेश कोच ने हरियाणा कुश्ती संघ के प्रधान रोहताश नांदल पर तानाशाही और मनमर्जी करने के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं उन्हें चंदा उगाही की मशीन तक करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने हिसार के सचिव संजय सिंह मलिक को तुरंत बहाल किया है और रोहतास नांदल द्वारा लिए गए ऐक्शन के बारे में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को भी पत्र लिखकर अवगत करवाया है। इसके साथ ही राकेश कोच ने जंतर मंतर पर चल रही पहलवानों के धरने को भी गलत बताया है।
हरियाणा कुश्ती संघ के प्रधान ने कल एक पत्र जारी कर के झज्जर जिले के सचिव वीरेंद्र आर्य हिसार जिले के सचिव संजय सिंह मलिक और मेवात जिले के जय भगवान को सस्पेंड कर दिया था। मगर उनके इस एक्शन के खिलाफ हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव ने मोर्चा खोल दिया। राकेश कोच का कहना है कि प्रधान रोहतास नांदल के पास ऐसी पावर नहीं है कि वह किसी को सस्पेंड कर सके। इस बारे में ना तो कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई और ना ही कुश्ती के लिए काम करने वाले इन सचिवों से पहलवानों के साथ धरने में शामिल होने का कारण पूछा गया। इसलिए उन्होंने हिसार के सचिव संजय सिंह मलिक को तुरंत बहाल किया है और रोहतास नांदल पर मनमर्जी करने और तानाशाही करने के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं राकेश कोच ने रोहतास नंदन को चंदा उगाही करने की मशीन करार दिया है।
राकेश कोच का कहना है कि झज्जर जिले के सचिव वीरेंद्र आर्य अंतरराष्ट्रीय पहलवान बजरंग पुनिया और दीपक पुनिया के कोच रहे हैं। हो सकता है कि उन पर किसी तरह का दबाव हो इसलिए वे जंतर मंतर गए हो। जबकि हिसार जिले के सचिव खुद अंतर्राष्ट्रीय पहलवान रहे हैं और अब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवानों को कोचिंग दे रहे हैं। वे और मेवात जिले के सचिव जय भगवान तो जंतर मंतर पर धरने में शामिल भी नहीं हुए। इसके बावजूद उन्हें सस्पेंड किया गया है। प्रधान की कार्यप्रणाली से रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को अवगत करवाने के लिए महासचिव राकेश कोच ने डब्लू.एफ.आई. को पत्र लिखा है और उनकी कारगुजारी से अवगत करवाया है। राकेश कोच का कहना है कि प्रधान रोहताश नांदल बात करने लायक व्यक्ति नहीं हैं। और ना ही वे उनका फोन उठा रहे हैं। उन्हें केवल चंदा उगाही ही करनी आती है। कुश्ती के खेल से उनका कोई लेना देना नहीं है।
हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश कोच ने जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने को भी गलत ठहराया है। राकेश कोच का कहना है कि पहलवानों को न्यायालय पर भरोसा करना चाहिए। एफ आई आर दर्ज हो चुकी है जांच जारी है। ऐसे में न्याय के लिए इंतजार करना चाहिए और धरने को खत्म कर वापस खेल की ओर ध्यान देना चाहिए। राकेश को उसका कहना है कि खिलाड़ियों के धरने पर मोदी विरोधी लोग इकट्ठे हो रहे हैं जिनका मकसद सिर्फ चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हरवाना है। धरना स्थल पर टुकड़े टुकड़े गैंग पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खापों को भी पहलवानों ने बरगलाया और बहकाया है। कोच का कहना है कि इस धरने के पीछे कांग्रेस के लोगों का हाथ है।