चीन की मीरा ने भारत में बिखेरा जलवा

मीरा की माने तो 2008 से वह हिंदी भाषा सीख रही है। उनके भारत में बहुत सारे मित्र है। वह सबसे मिलती है और भारत के बारे में ज्ञान अर्जित करती है। मीरा योग से भी काफी प्रभावित है। चीन में लोग योग को अपना रहे है। कोरोना के दौरान भी वह भारत के अपने मित्रों से बात कर उनका हालचाल पूछती रहती थी।

गुरुग्राम || भारत और चीन का एक ही मकसद है और वह है विकास। दोनों ही देश विकास की गति को लेकर चल रहे है। इस लिए दोनों देशों को दोस्ती बरकरार रखनी होगी। यह कहना है चीन से भारत पहुंची मीरा का। मीरा की माने तो चीन में रहते हुए वह भारत की संस्कृति से प्यार करती है। भारत अनेक विधाओं का देश है जो कि उन्हें अपने रंग में रंगने को मजबूर करता है। आज चीन में 16 ऐसे विद्यालय है जहाँ हिंदी भाषा पढ़ाई जाती है। मीरा की माने तो 2008 से वह हिंदी भाषा सीख रही है। उनके भारत में बहुत सारे मित्र है। वह सबसे मिलती है और भारत के बारे में ज्ञान अर्जित करती है। मीरा योग से भी काफी प्रभावित है। चीन में लोग योग को अपना रहे है। कोरोना के दौरान भी वह भारत के अपने मित्रों से बात कर उनका हालचाल पूछती रहती थी। डीयू में पढ़ाई के दौरान कृष्णा उनके सबसे अच्छे दोस्तो में एक है, जो आज भी उनके साथ ही। मीरा हिंदी गानों के अलावा पंजाबी गांने भी काफी पसंद करती है। हिंदी गाने गुनगुनाना उन्हें काफी भाते है। हिंदी-चीनी भाई-भाई की परंपरा को बढ़ाने का समय आ गया है। जिससे दोनों देश तरक्की कर सके और अच्छे पड़ोसी बने रहे। इसी को लेकर वह भारत में लगातार प्रयास रत है। भारत के साथ उनकी बहुत सी यादे जुड़ गई है। वह चाहती है कि दोनों देश खूब तरक्की करे और खुशहाल रहे।