भिवानी - सीबीएलयू के 21 विषयों में 19 विषयों में छात्राओं ने किए गोल्ड मैडल हासिल!

भिवानी ||  हरियाणा के महामहीम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में भाग लेते हुए पांच पीएचडी स्कॉलर को डिग्री एवं 21 टॉपर विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल दिए गए। इस मौके पर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन वीपी यादव, भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ भी मौजूद रहे।इस मौके पर राज्यपाल बंंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज 21 विषयों के छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल दिए गए है।

भिवानी ||  हरियाणा के महामहीम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में भाग लेते हुए पांच पीएचडी स्कॉलर को डिग्री एवं 21 टॉपर विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल दिए गए। इस मौके पर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन वीपी यादव, भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ भी मौजूद रहे।इस मौके पर राज्यपाल बंंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज 21 विषयों के छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल दिए गए है। यह बड़ी खुशी की बात है कि सीबीएलयू के 21 विषयों में 19 विषयों में छात्राओं ने गोल्ड मैडल हासिल किए। खेल, एरो स्पेस, शिक्षा, रोजगार सृजन में महिलाएं आगे है। इस मौके पर उन्होंने डिग्रियां प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे डिग्री पूरी करने के बाद विज्ञान व तकनीक का सहारा लेकर रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉक चैन व नई तकनीकों के माध्यम से रोजगार प्राप्त करें।

उन्होंने कहा कि एक सर्वे के अनुसार 2030 में विश्व में तीन करोड़ रोजगार पैदा होंगे, जिसमें से दो करोड़ रोजगार अकेले भारतीय युवा लेने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक भारत को विश्व गुरू बनाने के संकल्प को युवा ही पूरा कर सकते है। उन्होंने चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा नवाचार को बढ़ावा देने व ग्रामीण क्षेत्र को शोध से जोडऩे के लिए विश्वविद्यालय के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय अपनी ऊर्जा का 80 प्रतिशत सौलर के माध्यम से प्राप्त करता है, यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति पर चलते हुए राज्य सरकार अपनी निधारित समय सीमा 2030 से पहले ही 2025 में नई शिक्षा नीति को लागू करने की तरफ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शिक्षा व शोध पर जोर दे रहे है।

इस मौके पर विश्ववविद्यालय के वाईस चालंस्लर आरके मित्तल ने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर कौशल विकास, शिक्षा नवाचार, ग्रामीण अनुसंधान, उद्यमशीलता, सृजनशीलता, स्वास्थ्य, आईटी तथा इ-कॉमर्स के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। इस मौके पर उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारत को खुशहाल तथा उन्नत राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को नवाचार तथा स्वरोजगार की तरफ विशेष ध्यान देना होगा, ताकि विकसित राष्ट्र की संकल्पना को मूर्त रूप दिया जा सकें। उन्होंने कहा कि आज केंद्र राज्य सरकार की नीतियां शिक्षा व नवाचार को बढ़ावा देने वाली है। ऐसे में छात्र-छात्राओं को इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। राज्यपाल के हाथों डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्हे आज विश्वविद्यालय से जो डिग्री मिली है, उसके माध्यम से वे स्वरोजगार को अपनाकर आगे बढ़़ेंगे तथा राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे तथा 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करेंगे।