सरकार की वादाखिलाफी से नाराज किसान कल रोकेंगे रेल और नेशनल हाईवे

इतना ही नहीं सरकार से एसवाईएल का पानी हरियाणा को देने हरियाणा का अलग हाईकोर्ट बनाने समेत करीब 25 मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं लेकिन सरकार इनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही। रमेश दलाल ने कल आसौदा गांव में सुबह 10:00 बजे किसानों की एक पंचायत बुलाई है और उसके बाद रेल और हाईवे रोकने की बात कही है ।

बहादुरगढ़ ||  किसान एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहे हैं। किसान नेता रमेश दलाल ने कल एक बार फिर से नेशनल हाईवे और रेल रोकने की चेतावनी दी है। रमेश दलाल का कहना है कि सरकार किसानों की मांगों की अनदेखी कर रही है और उनके साथ वादाखिलाफी की जा रही है। सरकार के नुमाइंदों ने केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ से गुजरने वाले रेल कॉरिडोर का मुआवजा बढ़ाने की बात कही थी। लेकिन उसके बावजूद अब तक मुआवजा नहीं बढ़ाया गया है। किसान पिछले 163 दिन से केएमपी एक्सप्रेसवे पर स्थित मांडोठी टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। इसके बावजूद सरकार किसानों की मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही। इसलिए किसान केएल एक बार फिर से सड़कों पर उतरने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि किसान केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं सरकार से एसवाईएल का पानी हरियाणा को देने हरियाणा का अलग हाईकोर्ट बनाने समेत करीब 25 मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं लेकिन सरकार इनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही। रमेश दलाल ने कल आसौदा गांव में सुबह 10:00 बजे किसानों की एक पंचायत बुलाई है और उसके बाद रेल और हाईवे रोकने की बात कही है । 14 जून को भी किसानों ने 4 घंटे नेशनल हाईवे बंद किया था। और प्रशासनिक अधिकारियों के किसानों की मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाने के आश्वासन मिलने के बाद खोल दिया था। कल ही सिरसा में देश के गृहमंत्री अमित शाह रैली करने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में किसानों के रेल और हाईवे रोकने के फैसले के बाद प्रशासन क्या कार्रवाई करता है यह देखने वाली बात होगी।