किसान आंदोलन के बाद अब राजपूत समाज ने बढ़ाई भाजपा नेताओं की मुसीबत

सरकार के कुछ नेताओं ने मिलीभगत कर समाज को तोड़ने व इतिहास को बदलने का प्रयास करते हुए उनके नाम के साथ गुर्जर शब्द अंकित कर मूर्ति का अनावरण कर दिया गया। जब समाज के लोगों ने विरोध किया तो उन पर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। जिससे पूरे समाज में भाजपा सरकार व उनके नेताओं के प्रति रोष है।

रादौर || कैथल में राजपूत समाज के लोगों पर हुए लाठीचार्ज व सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर उनके नाम के साथ गुर्जर लिखने पर भाजपा सरकार के प्रति राजपूत समाज का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में राजपूत बहुल गांव में प्रतिदिन सरकार के पुतले फूंक विरोध जताया जा रहा है, वही गांव में भाजपा नेताओं की नो एंट्री के बैनर भी लगाए जा रहे है। इसी कड़ी में रादौर के गांव नाचरौन में राजपूत समाज के लोगों ने गांव के अन्य लोगों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल, शिक्षा मंत्री कवंरपाल गुर्जर व विधायक लीलाराम गुर्जर का पुतला फूंका। साथ ही गांव में भाजपा नेताओ की नो एंट्री का बोर्ड भी लगाया। जिसमें चेतावनी दी गई कि अगर कोई भाजपा नेता गांव में आता है तो उसे बलपूर्वक गांव से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और काले झंडे दिखाए जाएगें।

किसान आंदोलन के समय गांव में लगे बीजेपी नेताओं के नो एंट्री के बैनर अब राजपूत बहुल गांव में एक बार फिर लगाए जाने से भाजपा के नेताओं के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते है। मामला कैथल में राजपूत समाज के लोगों पर हुए लाठीचार्ज व सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर उनके नाम के साथ गुर्जर शब्द लिखने के बाद गर्मा गया है। प्रदेशभर में राजपूत समाज के भाजपा से जुड़े पदाधिकारियो ने अपने पद से भी इस्तीफा दे दिया है। बात रादौर विधानसभा की करें तो यहां कई गांव राजपूत बहुल है। जिसके चलते यहाँ आए दिन भाजपा नेताओं के पुतले व नो एंट्री के बैनर लगाए जा रहे है। 

रादौर के गांव नाचरौन के डॉ. लाभसिंह राणा ने बताया कि गत दिनों कैथल में सम्राट मिहिर भोज के नाम के साथ गुर्जर शब्द पर समाज के लोगों ने आपत्ति जताई थी। मामला बढ़ने के बाद प्रशासन के साथ इस बात पर सहमति को गई थी कि सम्राट मिहिर भोज के नाम के साथ हिंदू सम्राट लिखा जाएगा। जिस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी। लेकिन ऐसा न कर सरकार के कुछ नेताओं ने मिलीभगत कर समाज को तोड़ने व इतिहास को बदलने का प्रयास करते हुए उनके नाम के साथ गुर्जर शब्द अंकित कर मूर्ति का अनावरण कर दिया गया। जब समाज के लोगों ने विरोध किया तो उन पर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। जिससे पूरे समाज में भाजपा सरकार व उनके नेताओं के प्रति रोष है। राजपूत समाज सरकार के इस अत्याचार के खिलाफ एकजुट है। जिसको लेकर पार्टी में शामिल राजपूत समाज के लोग इस्तीफा दे रहे है। साथ ही राजपूत बहुल गांवो में भाजपा नेताओं की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। धीरे धीरे सभी गांवों में यह पोस्टर लगा दिए जाएगें। अगर इसके बाद भी कोई नेता गांव में एंट्री करता है तो उसके लिए वह खुद जिम्मेदार होगा।