सोनीपत में बाढ़ के बाद आई बीमारियों की लहर

लोगों में डायरिया, चरम रोग और आंखों की बीमारियां बढ़ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और लगातार स्क्रीनिंग कर रहा हैं। एक हजार से ज्यादा मरीजों की कर चुका हैं स्क्रीनिंग। बाढ़ के बाद ठहरे हुए पानी में बीमारियां लगातार बढ़ रही है।

सोनीपत || बाढ़ के बाद राई विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में डायरिया, चर्म रोग, आंखों की बीमारियां बढ़ रही हैं और लगातार स्वास्थ्य विभाग भी जांच कर रहा हैं। तेज बारिश के बाद राई विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में जलभराव और बाढ़ के बाद सबसे ज्यादा आई फ्लू का प्रकोप बढ़ रहा हैं। गांव जाजल टोंकी में जहां गांव के चारों तरफ से गंदा पानी भर गया था और खेतों में अभी भी जलभराव की स्थिति हैं। ऐसे में गांव में कई प्रकार की बीमारियां पनप रही हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार लोगों की जांच कर उन्हें दवाइयां दी जा रही हैं।

राई विधानसभा क्षेत्र के 20 से 25 गांव में यमुना नदी के तेज बहाव के बाद जलभराव की स्थिति हो गई थी और जिसके बाद पानी धीरे-धीरे गांव से उतर गया।  लेकिन गांव में कई प्रकार की बीमारियां पनपना शुरू हो गई हैं। हालात यह भी हैं कि स्कूलों में जाने वाले बच्चों में आई फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देने के बाद स्कूलों में भी जाने से बच रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ संक्रमण परिवार के एक सदस्य से दूसरे सदस्य में फैल रहा हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर प्यारे लाल ने बताया कि बाढ़ के बाद 2 गांव में संक्रमण ज्यादा हैं। गांव गढ़ मिर्कपुर में भी कुछ केस सामने आए थे। गांव जाजल और जाजल टोंकी में एक हजार से ज्यादा मरीजों को स्क्रीन किया जा चुका हैं। वहीं लगातार रोकथाम को लेकर दवाइयां दी जा रही हैं और मच्छरदानी भी वितरित की गई हैं। वहीं आंखों की दवाइयां भी लोगों को दी जा रही हैं। वहीं विभाग लोगों को जागरूक भी कर रहा हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गर्भवती महिलाओं की नजदीकी तारीख होने को लेकर पहले से ही व्यवस्था सिविल हॉस्पिटल में दाखिल करने की बना चुके थे। वहीं बीमारियों के फैलने के कारण को लेकर डॉक्टर प्यारे लाल बताते है की बाढ़ के बाद पानी ठहर जाता है और जिसकी वजह से कई प्रकार की बीमारियां आ जाती हैं। वहीं विभाग द्वारा अलग-अलग गांव में पानी के सैपल भी लिए गए हैं। ताकि पानी में किसी भी प्रकार का प्रभाव ना हो और विभाग लगातार लोगों की स्क्रीनिंग कर रहा हैं।