चरखी दादरी में बर्खास्त पीटीआई की पुलिस के साथ झड़प मामले में 300 लोगों पर केस...

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विरोध करने जा रहे बर्खास्त पीटीआई की रेस्ट हाउस के बाहर पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद पुलिस ने 8 नामजद सहित 300 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

चरखी दादरी में बर्खास्त पीटीआई की पुलिस के साथ झड़प मामले में 300 लोगों पर केस...

चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विरोध करने जा रहे बर्खास्त पीटीआई की रेस्ट हाउस के बाहर पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद पुलिस ने 8 नामजद सहित 300 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। वहीं बर्खास्त पीटीआई टीचरों  ने प्रशासन व पुलिस पर उनके साथ अत्याचार करने का आरोप लगाया है। पुलिस प्रवक्ता सुमित सांगवान ने बताया कि शुक्रवार को बर्खास्त पीटीआई टीचरों द्वारा पुलिस के झड़प मामले में शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेंद्र पहलवान, जिलाध्यक्ष सज्जन सांवड़ सहित आठ लोगों को नामजद करते हुए करीब 300 लोगों के खिलाफ विभिन्न सरकारी काम में बांधा पहुंचाने, तोडफ़ोड़ करने व कोरोना नियमों की उल्लंघना के आरोप में केस दर्ज किया है। वहीं एसपी विनोद कुमार ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया, बल्कि आगे बढऩे से रोका था।

यह था पूरा मामला
शुक्रवार को स्व. देवीलाल की जयंती पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला दादरी दौरे पर थे। इसी दौरान बर्खास्त पीटीआई टीचरों ने अन्य संगठनों के साथ मिलकर रेस्ट हाऊस के बाहर हंगामा किया और डिप्टी सीएम से मिलने के आगे बढ़े थे। रेस्ट हाउस के मेन गेट पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और इस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प भी गई। जिसमें पांच प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे। पुलिस ने जानबुझकर किया लाठीचार्ज, कई प्रदर्शनकारी हुए थे घायल | बर्खास्त पीटीआई टीचर यूनियन के जिलाध्यक्ष सज्जन सांवड़ ने कहा कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए डिप्टी सीएम से मिलने रेस्ट हाऊस गए थे। जहां पुलिस ने जानबुझकर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस छोड़े थे। जिसमें उनके पांच साथी घायल हो गए। पुलिस व प्रशासन द्वारा उनकी अवाज को दबाने का प्रयास किया है। अब वे आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे और लाठीचार्ज की उच्च स्तरीय जांच करवाने के साथ-साथ दोषी पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग करेंगे।