सरकार की नोटिफककेशन के बाद करनाल की अनाज मंडी में धान की खरीद शुरू...

सरकार की नोटिफककेशन के बाद करनाल की अनाज मंडी में धान की खरीद शुरू हो गई है, लेकिन समस्या ये है कि खरीद के वक़्त कोई भी राइस मिलर्स साथ नहीं है। ऐसे में धान की खरीद तो हो जाएगी लेकिन उसका उठान नहीं होगा औऱ ज़्यादा समय मंडी में धान पड़ी रहने के चलते धान काली हो जाएगी और नुकसान आढ़ती औऱ किसान को उठाना पड़ेगा।

सरकार की नोटिफककेशन के बाद करनाल की अनाज मंडी में धान की खरीद शुरू...

करनाल (संजय रैना) || लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मंडी में सरकारी धान की खरीद शुरू हो ही गई, लेकिन किसान और आढ़ती अभी भी मुश्किल हालात से गुजर रहा है वो परेशान है, परेशानी इस बात की है कि अगर धान की खरीद सरकार ने कर भी ली तो इसे उठाएगा कौन, क्योंकि राइस मिलर्स की अभी भी सरकार के साथ तनातनी चल रही है और इस खरीद में राइस मिलर्स साथ थे नहीं तो ऐसे में सरकार की तरफ से धान की नमी तो चेक कर ली गई पर ये ज़िम्मा किसी के नहीं लगाया गया कि इस धान को मंडी से उठाएगा कौन? और अगर मंडी से ये धान 2 दिन तक खरीद के बाद नहीं उठी तो फिर काली पड़ जाएगी उसके बाद राइस मिलर्स की तरफ से ये धान ली नहीं जाएगी औऱ उसका ठीकरा आढ़ती और किसान पर पड़ेगा। मंडी में खरीद के दौरान फ़ूड सप्लाई विभाग और मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी तो नज़र आई और पर राइस मिलर्स ना होने के कारण किसानों और आढ़तियों में गुस्सा बरकरार था।

वहीं किसानों और आढ़तियों में इस बात का भी गुस्सा था कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सरकार की तरफ से कहा गया है 1 एकड़ से 27 -28 क्विंटल ही धान की खरीद करेंगे जबकि औसतन 1 एकड़ में धान की 32-35 क्विंटल निकल रही, बाकी  धान किसान कहाँ लेकर जाए। ऐसे में भले ही धान की खरीद शुरू हो गई हो लेकिन किसानों की परेशानी यूँही बरकरार है देखना ये होगा कि इसका समाधान कैसे निकलता है।