रोहतक : मेयर मनमोहन गोयल अधिकारियों से काम लेने में बेबस, बोले सरकार ने पावर ही नहीं दिया

यर मनमोहन गोयल अपनी 4 साल की उपलब्धियां गिनाने तो जरूर आए। लेकिन आज भी उन्होंने अपने आप को बेबस करार दे दिया। उनका कहना था कि सरकार अगर पावर दे दे तो मैं भी अधिकारियों से काम ले सकता हूं। लेकिन अभी वह अधिकारियों पर काम के लिए दबाव नही बना सकते।

रोहतक : मेयर मनमोहन गोयल अधिकारियों से काम लेने में बेबस, बोले सरकार ने पावर ही नहीं दिया

|| Rohtak || Aditya Kumar || रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल अपनी 4 साल की उपलब्धियां गिनाने तो जरूर आए। लेकिन आज भी उन्होंने अपने आप को बेबस करार दे दिया। उनका कहना था कि सरकार अगर पावर दे दे तो मैं भी अधिकारियों से काम ले सकता हूं। लेकिन अभी वह अधिकारियों पर काम के लिए दबाव नही बना सकते। मनमोहन गोयल ने कहा कि इस चार साल में उन्होंने कोशिश की है और जो भी छोटे-मोटे काम शहर में जरूरी थे वह करवाने का प्रयास किया। हालांकि अभी बहुत से काम बाकी है। लेकिन बजट की वजह से वह काम नहीं हो पा रहे हैं। अपने 4 साल के काम गिनवाने के लिए मेयर मनमोहन गोयल ने आज अपने आवास पर एक प्रेस वार्ता की।

मेयर मनमोहन गोयल ने बताया वजह

उन्होंने कहा कि इन 4 सालों में उन्होंने पूरी कोशिश की कि रोहतक शहर को सुंदर बनाया जाए और जो भी काम संभव हो सके वह करवाने का प्रयास किया। हालांकि अभी भी वह मानते हैं कि जनता से किए वायदों पर वह खरा नहीं उतर पाए। क्योंकि उनके पास इतनी पावर ही नहीं है कि वह अधिकारियों से काम ले सके। अगर सरकार उनकी कलम में अधिकारियों पर कार्रवाई करने की पावर दे दे तो वे और ज्यादा काम शहर के विकास के लिए करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के जो आरोप नगर निगम पर लगे थे, उनकी जांच के आदेश कर दिए गए थे लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है। वे भ्रष्टाचार के बारे में कुछ भी कहने में सक्षम नहीं है। साथ ही उनका कहना है कि अभी भी रोहतक शहर में बहुत से काम बकाया है। लेकिन बजट ना होने की वजह से यह काम कर नहीं पा रहे हैं और सरकार ने भी कह दिया है कि बजट का इंतजाम खुद ही कर ले।