फर्जी पुलिस मुठभेड़ मामले को लेकर सामाजिक संगठनों के साथ पीड़ित पक्ष सड़कों पर उतरा

पिछले दिनों फर्जी पुलिस मुठभेड़ मामले में प्रशासन व पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं होने के विरोध में एक बार फिर से पीड़ित पक्ष के साथ सामाजिक संगठनों ने सड़कांे पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए स्पष्ट किया कि 15 दिन में कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब सामाजिक संगठनों के साथ पीड़ित पक्ष फिर से आंदोलन शुरू करेगा और दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग उठाई जाएगी।

चरखी दादरी। पिछले दिनों फर्जी पुलिस मुठभेड़ मामले में प्रशासन व पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं होने के विरोध में एक बार फिर से पीड़ित पक्ष के साथ सामाजिक संगठनों ने सड़कांे पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए स्पष्ट किया कि 15 दिन में कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब सामाजिक संगठनों के साथ पीड़ित पक्ष फिर से आंदोलन शुरू करेगा और दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग उठाई जाएगी।

बता दें कि पिछले वर्श नवंबर माह में दादरी के गांव ऊण में युवती व उसके प्रेमी द्वारा प्रेम विवाह करने पर लड़की पक्ष के लोगों ने गोलियां मारी थी। जिसमें लड़की को 8 व युवक को एक गोली लगने से घायल हो गए थे। पुलिस ने बाद में गोलियां मारने वाले युवती के पिता सहित तीन लोगों को मुठभेड़ मंे पकड़ने का दावा किया गया था। मामले में पुलिस की फर्जी मुठभेड़ का खुलासा होने पर जहां पीड़ित पक्ष ने धरना देते हुए ठोस कार्रवाई की मांग उठाई तो एसपी द्वारा दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। धरने पर डीसी और एसपी ने 15 दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया तो धरना खत्म कर दिया गया था।

पुलिस व प्रशासन द्वारा तय समय में भी कार्रवाई नहीं होने पर अधिवक्ता संजीव तक्षक की अगुवाई में पीड़ितों ने दादरी के रोज गार्डन मंे मीटिंग कर रोष जताया और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए शहर में रोष प्रदर्शन किया। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर फिर से आंदोलन शुरू किया जाएगा।