उम्र का आंकड़ा भले ही 100 से पार जा चुका है

उम्र का आंकड़ा भले ही 100 से पार जा चुका है, लेकिन मतदान का जज्बा अभी बरकरार है। उम्र का शतक लगाने वाली भिवानी जिले के नाथुवास गांव की रहने वाली हरदेई की उम्र 103 साल हैं। भिवानी जिले में बुजुर्ग वोटर की बात की जाए तो 13175 है। जिले में सबसे बुजुर्ग महिला वोटर आजादी के बाद से शुरू हुए लोकतंत्र के इस उत्सव में यह हर बार भाग लेती आ रही हैं। अब यह बुजुर्ग युवाओं को भी वोट का महत्व बताते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आजादी के बाद आधुनिक तकनीक ने मतदान को काफी आसान बना दिया है। तीन बेटे व एक बेटी के साथ पोते पोतियों के साथ भरा पुरा जीवन व्यतीत कर रही है।

उम्र का आंकड़ा भले ही 100 से पार जा चुका है, लेकिन मतदान का जज्बा अभी बरकरार है। उम्र का शतक लगाने वाली भिवानी जिले के नाथुवास गांव की रहने वाली हरदेई की उम्र 103 साल हैं। भिवानी जिले में बुजुर्ग वोटर की बात की जाए तो 13175 है। जिले में सबसे बुजुर्ग महिला वोटर आजादी के बाद से शुरू हुए लोकतंत्र के इस उत्सव में यह हर बार भाग लेती आ रही हैं। अब यह बुजुर्ग युवाओं को भी वोट का महत्व बताते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आजादी के बाद आधुनिक तकनीक ने मतदान को काफी आसान बना दिया है। तीन बेटे व एक बेटी के साथ पोते पोतियों के साथ भरा पुरा जीवन व्यतीत कर रही है।
आपको बता दे कि लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। 25 मई को हरियाणा में आगामी लोकसभा चुनाव में लोगों को वोट डालने के लिए यह महिला बुजुर्ग वोटर सबके लिए जरूर प्रेरणादायक है । 80 सालों से वोटिंग करती आ रही महिला वोटर ने बहुत से उतार चढ़ाव देखें। पहले बिजली ,पानी, सड़के नहीं होने से समस्याओं से जूझना पड़ता है। बिजली न होने से तेल के दिये जलाये जाते थे।समय के साथ यह समस्या खत्म हो गई है, लेकिन अब बार ऐसे नेता को वोट देंगे जो देश के लिए विकास कार्य करे।
नाथुवास निवासी 103 वर्षीय हरदेई बताती हैं कि स्वतंत्र भारत में वर्ष 1952 में हुए पहले आमचुनाव में मतदान किया था। गुलामी के लंबे दौर के बाद देशवासियों को वोट डालने अधिकार मिला। वह बताते हैं कि उस अनुभव को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वोट के रूप में देश के हर नागरिक को अपना मत रखने की महाशक्ति मिली थी।
अबकी बार युवाओं को रोजगार देने की बात करेगा, उसी को हम वोट देंगे।