अम्बाला में खुलेआम सड़को पर पशुओ का आंतक, हर आये दिन करते है लोगो को घायल 

आवारा पशुओं और डॉग बाइट की घटनाओं और उससे बचाव बारे पूछने पर नगर परिषद् के कार्यकारी अधिकारी विनोद नेहरा ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले टेंडर हो चुके हैं ! उनका तर्क था निगम कमिशनर का तबदला हो चुका नये कमिश्नर द्वारा पद ग्रहण के बाद कार्रवाई की जाएगी ! उन्होंने आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या पर बताया कि पास लगते जिले और राज्यों से भी लोग आवारा जानवरों को यहाँ छोड़ जाते हैं जो एक समस्या बने हुए हैं

अम्बाला में खुलेआम सड़को पर पशुओ का आंतक, हर आये दिन करते है लोगो को घायल 
अंबाला जिला में आवारा सांड, कुत्ते और आवारा पशुओं की भरमार हो गई है ! रोजाना सांड द्वारा टक्कर मार देने से लोग घायल हो रहे हैं वहीँ कुछ लोग इनके हमले से अपनी जान भी गँवा चुके हैं ! कुछ समाज सेवी संस्थाए जरूर ऐसे आवारा और बिगड़ैल सांडों को पकड़ने का हौंसला दिखा रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन और परिषद् अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी चुपचाप बैठे हैं ! पूर्व नगर निगम के डिप्टी मेयर भी निगम अधिकारीयों पर ऐसे आवारा कुत्तों और सांडों को पकड़ने में आनाकानी का आरोप लगा रहे हैं !
जिला में रोजाना आवारा कुत्ते, पशु और सांड के लोगों पर हमला किये जाने के मामले सामने आ रहे हैं ! हालाँकि आवारा पशुओं को पकड़ने के टेंडर भी हो चुके हैं मगर कोई अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहा है ! कई ऐसा मामले सामने आये हैं जब बिगड़ैल सांड द्वारा सड़क पर वाहन चालकों के पीछे भागने और दोपहियां वाहनों को टक्कर मार कर घायल किया गया लेकिन निगम अधिकारी ने उसे पकड़ने का साहस नहीं दिखाया ! आप एक नहीं कई ऐसी तस्वीरों में देख सकते हैं 
जब कुछ बिगड़ैल साँड निकलसन रोड ही नहीं बल्कि अंबाला-जगाधरी मार्ग पर सरे राह दौड़ कर वाहन चालकों पर हमले करता दौड़ता हुआ साफ़ दिखाई दे रहा है, लेकिन निगम में कोई अधिकारी विराजमान नहीं था जो उनकी मदद कर सके ! इतना ही नहीं आजकल नगर में गली गली कुत्तों की भरमार हो रही है जो आने वाले लोगो को काटने में लगे हैं ! मगर निगम अधिकारी केवल टेंडर हो जाने और जल्द कार्रवाई का भरोसा देने के आलावा कुछ नहीं कर पा रहे हैं ! पूर्व नगर निगम के डिप्टी मेयर सुधीर जायसवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि पहले उनके समय 12 क्रास रोड पर एक केटल गोदाम बनाया था मगर कामयाब नहीं हो पाया !
उन्होंने कहा कि अभी आवारा सांड द्वारा लोगों को घायल करने के कई किस्से सामने आये हैं मगर लोगों को निजात कौन दिलवाये ! उनका कहना है एक बार ऐसे ही अम्बाला शहर में एक काटने वाले घोड़े को निगम अधिकारी पकड़ लाये थे और उसके बाद कोई अधिकारी आवारा पशुओं को पकड़ने की जहमत उठाते डरता है ! इतना ही नहीं आवारा कुत्तों को पकड़ने में अधिकारी आनाकानी करते हैं ! लेकिन लोगों का क्या कसूर है क्योंकि लोग निगम को टेक्स देते हैं उनकी सुरक्षा प्रशासन को करनी है !