नार्थ एमसीडी ,नेशनल हाइवे पर सिथत 6 मोटल और रिजॉर्ट की प्रॉपर्टी अटैच कर गेट पर लगाई सील। लगभग 5 करोड़ के प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए उठाया बड़ा कदम। अब भी टैक्स जमा नहीं हुआ तो की जा सकती है प्रॉपर्टी नीलाम  

नार्थ एमसीडी ने अपने इलाके के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन विधि द्वारा प्रॉपर्टी टेक्स जमा करवाने का प्रावधान किया हुआ है। मगर कुछ लोग इसमें भी ईमानदारी दिखाने की बजाय विभाग को चूना लगाने की कोशिश में रहते हैं। ऐसे ही मामलों का खुलासा नार्थ एमसीडी के नरेला जोन में नेशनल हाइवे पर हुई अटैचमेंट की प्रक्रिया के बाद हुआ।

नार्थ एमसीडी ,नेशनल हाइवे पर सिथत 6 मोटल और रिजॉर्ट की प्रॉपर्टी अटैच कर गेट पर लगाई सील। लगभग 5 करोड़ के प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए उठाया बड़ा कदम। अब भी टैक्स जमा नहीं हुआ तो की जा सकती है प्रॉपर्टी नीलाम  

नार्थ एमसीडी की ऑफिसियल बाईट , अटैचमेन्ट की चिपके हुए नोटिस , गेट पर लगी सील , सभी प्रॉपर्टियों के बकाया की आधिकारिक लिस्ट ,प्रॉपर्टियों के कर्मचारी व् अधिकारी की बाईट और आते जाते हुए के विसुअल नार्थ एमसीडी ने करोड़ों के टैक्स बचाने वाले मोटलऔर रिजॉर्टों  पर करी बड़ी कार्यवाही। नेशनल हाइवे पर सिथत 6 मोटल और रिजॉर्ट की प्रॉपर्टी अटैच कर गेट पर लगाई सील। लगभग 5 करोड़ के प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली के लिए उठाया बड़ा कदम। अब भी टैक्स जमा नहीं हुआ तो करी जा सकती है प्रॉपर्टी नीलाम। विभाग द्वारा प्रॉपर्टी अटैच कर गेट पर सील लगाने के बावजूद मोटल और रिजॉर्ट कर रहे है अपनी प्रॉपर्टी को यूज। नार्थ एमसीडी ने अपने इलाके के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन विधि द्वारा प्रॉपर्टी टेक्स जमा करवाने का प्रावधान किया हुआ है। मगर कुछ लोग इसमें भी ईमानदारी दिखाने की बजाय विभाग को चूना लगाने की कोशिश में रहते हैं। ऐसे ही मामलों का खुलासा नार्थ एमसीडी के नरेला जोन में नेशनल हाइवे पर हुई अटैचमेंट की प्रक्रिया के बाद हुआ। इस प्रक्रिया के दौरान विभाग ने कार्यवाही करते हुए 6 मोटल और रिसोर्ट की प्रॉपर्टी अटैच करते हुए गेट पर सील लगा दी। विभाग को इन मोटल और रिजॉर्टों से कुल मिलाकर लगभग 5 करोड़ की वसूली अभी करनी है। जिसके तहत विभाग ने यह कड़ी कार्यवाही करी। नार्थ एमसीडी के अधिकारी का कहना है की इन सभी के द्वारा जमा करवाए गए टेक्स में गड़बड़ी पाई गयी है। इन्होने खुद को गलत कैटेगरी में डिक्लेयर करके टैक्स चोरी करी थी। स्क्रूटनी के दौरान इन सबको पकड़ा गया और यह कार्यवाही करी गयी। अगर अब भी ये अपना पूरा प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं करवाते तो विभाग इनकी प्रॉपर्टी को नीलाम भी करवा सकता है। ऐसी कार्यवाही नार्थ एमसीडी के एरिया में अन्य जगहों पर भी देखने को मिल सकती है। विभाग द्वारा करी कार्यवाही को धता बताते हुए इन मोटलों और रिजॉर्टों में अब भी काम धड्ड़ले से चल रहा है।  आप खुद देखिये की सिर्फ एक या दो दरवाजों पर सील लटकी हुई है और ये अपने काम और आने जाने के लिए साथ के दरवाजों का उपयोग कैसे कर रहे हैं।  हमारी टीम ने जब इनसे बात करी तो खुद ही सुनिए इनकी कहानी  इन्ही की जुबानी। अब ऐसी गेट पर लटका हुआ ताला सिर्फ नाम के लिए है , जबकि इनके आम रूटीन का कोई भी काम इससे प्रभावित नहीं है। अब इसे विभाग के कुछ अधिकारीयों की लापरवाही कहें या मिलीभगत इसका अंदाजा तो आप खुद ही लगा सकते हैं। बजट की कमी से जूझती एमसीडी के लिए इस तरह के बड़े देनदारों से वसूली एक राहत की खबर ला सकती है। साल भर कमर्शियल कमाई करके मोटी रकम जुटाने वाले इन मोटल और रिजॉर्टों ने जिस तरह से विभाग के करोड़ों रूपये दबाये हुए हैं