जींद : लॉक डाउन में सर्राफा बाजार के हालात हुए बद से बदत्तर...

पूरे हरियाणा में प्रसिद्ध जींन्द के सर्राफा बाजार के हालात लोकडाऊन के बाद बद से बदत्तर हो गए हैं। पहले लोग यहां ज्वैलरी खरीदने आते थे लेकिन अब पुरानी ज्वैलरी बेचने आ रहे है। लोकडाउन के बाद शायद लोगों के पास पैसों की कमी हो गई है। जिसके चलते लोग नई ज्वैलरी खरीदने की बजाय पुरानी ज्वैलरी बेचकर नगदी वापिस ले रहे हैं।

जींद : लॉक डाउन में सर्राफा बाजार के हालात हुए बद से बदत्तर...

जींद (परमजीत पवार) || जीन्द का यह सर्राफा बाजार कई दशकों पुराना है। यहां सर्राफा बाजार में ढ़ाई सौ से ज्यादा दुकानें है। यहां सोने के आभूषणों की कवालिटी काफी अच्छी मानी जाती रही है जिसके चलते कभी यहां हरियाणा के अलावा पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तक से ग्राहक आभूषण खरीदने आते थे। यहां के व्यापारियों ने बताया कि लोकडाउन के बाद यहां काम धन्धे ठप्प हो कर रहे गए है। पहले लोग यहां सोना खरीदने आते थे। अब लोग सोना बेचने आ रहे है। न्यू प्रचैज वाले ग्राहकों के बजाय ओल्ड सेलिंग सोना बेचने वाले ग्राहक ज्यादा है। अब ग्राहकों को सोना बेचकर पैसा चाहिए। लोकडाउन के बाद पैसा एक्सैस में रहा नहीं, काम धन्धे ठप्प हो गए। ऐसे में खर्चे चलाने के लिए लोग सोना बेचने पर मजबूर है।सर्राफा बाजार के व्यापारियों का कहना है कि यहां अब काम धन्धें पूरी तरह ठप्प है, बाजार खाली पड़े है। कोई भी ग्राहक किसी तरह का नहीं है। जो कुछ लोग आ रहे है वे अपना ही सोना बेचने आ रहे है। इनका कहना है कि कोरोना की वजह से शादियों का सीजन निकल गया। शादियों में ही उनके काम होते थे। अब कोई काम नहीं रहा। जिन ग्राहकों ने लोकडाउन से पहले आर्डर दिए हुए थे वे लोग भी अब अपने आर्डर कैन्शल करवा रहे है। उन्हें पूरी तरह से नुकसान हो रहा है। कोरोना के चलते पूरी दुनिया में उलटफेर हो रहा है। जीन्द की सर्राफा बाजार में भी यह रंग देखने को मिल रहा है कि लोग सोना खरीदने की बजाय बेचने आ रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वे व्यापारियों को रिलिफ दे।