घग्गर नदी के सरकारी बाँध टूटने के खतरे ने उड़ाई प्रशासन और ग्रामीणों की नींद

घग्गर नदी अपने उफान पर चल रही है | जिससे पुरे सिरसा में हड़कंप मचा हुआ है | बढ़ते जलस्तर को देखकर प्रशासनिक अधिकारियों की चिंताए बढ़ी हुई है | राहत की बात यह है की सरकारी बाँध अभी तक स्थिर है लेकिन बाँध टूटने के खतरे के डर ने गांव वालों की नींद उड़ा रखी है | परन्तु छोटा बाँध टूटने की वजह से किसानो की सैंकड़ो एकड़ फसल जलमग्न हो गयी |

घग्गर नदी के सरकारी बाँध टूटने के खतरे ने उड़ाई प्रशासन और ग्रामीणों की नींद

सिरसा ( सुरेंद्र  सैनी ) || घग्गर नदी उफान पर चल रही है, और नदी का जलस्तर लगातार  बढ़ता जा रहा है,बढ़ते जलस्तर से किसानो और घग्गर नदी के पास लगते गांव के किसानो की चिंताए भी बढ़ती जा रही है | 

 अभी सरकारी बांध तक पानी पहुंचा है,सरकारी बांध न टूट जाये इसके लिए ग्रामीण प्रसाशन की मदद से बांध को मजबूत करने में जुटे है,बांध पर जे  सी बी से मिटटी गिरायी जा रही है | जहाँ बांध कमजोर लगता है वहां पर मिटी के गट्टो से बांध को मजबूत किया जा रहा है,हालाँकि कल छोटा बांध टूटने से किसानो की सेकड़ो एकड़ फसल जलमग्न हो गई है | 

 घग्गर नदी के बढ़ते जलस्तर से नदी के पास लगते गाँवो के लोगो का जमवाड़ा घग्गर नदी पर ही लगा हुआ है,गांव के लोग खुद ब खुद घग्गर के बांध को मजबूत करने में लगे है | गांव सहारणी और नेजाडेला के बीच टूटे बांध का पानी सैंकड़ों  एकड़ की फसल तक पहुँच गया है,ग्रामीण सरकारी बांध पर तैनात है तथा निगरानी कर रहे है की कही सरकारी बांध न टूट जाये। 

गांव नेजडेला और मल्लेवाला के किसानो का कहना है की घग्गर का जलस्तर कल से बढ़ा है.गांव के लोग चिंतित हैं की  कही बढ़ते जलस्तर से बांध न टूट जाये,इसी के चलते बांध को मजबूत करने में लगे है,ग्रामीणों का कहना है की प्रसाशन की तरफ से उन्हें कुछ मदद तो मिल  रही है लेकिन  ग्रामीण खुद बांध को मजबूत करने में लगे है.