इंद्री में कल हुई ओलावृष्टि से गांव तुसंग में 500 से 600 एकड़ फसले हुई पूर्णता बर्बाद!

इंद्री इलाके के एक दर्जन से अधिक गांव में हुई ओलावृष्टि किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।सबसे ज्यादा नुकसान गांव तूसंग में हुआ ।इस बे मौसमी बरसात और ओलावृष्टि से गांव राजेपुर, उमरपुर,लबकरी, करतारपुर, तूसंग, गढ़ी बीरबल, इस्लामनगर में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला है।

इंद्री इलाके के एक दर्जन से अधिक गांव में हुई ओलावृष्टि किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।सबसे ज्यादा नुकसान गांव तूसंग में हुआ ।इस बे मौसमी बरसात और ओलावृष्टि से गांव राजेपुर, उमरपुर,लबकरी, करतारपुर, तूसंग, गढ़ी बीरबल, इस्लामनगर में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला है।सबसे ज्यादा नुकसान इस ओलावृष्टि से गांव तुसंग में देखने को मिला है। जहां पर लगभग 500 से 600 एकड़ किसने की फसले पूर्णता बर्बाद हो गई हैं। किसान कुदरत की मार को सहन नहीं कर पा रहे हैं किसानों की आंखों में आंसू देखने को मिल रहे हैं। किसानों का कहना है की बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपनी फसले   तैयार की थी, लेकिन कुदरत की करने उन्हें हिला कर रख दिया है। उन्होंने सरकार से मांग की की उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वह दूसरी फसल को उगा सके।

आपको बता दें कि कल सुबह से ही मौसम में बदलाव देखने को मिला है और इस बदलाव की वजह से ही शाम के समय बरसात के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हो गई जिसकी वजह से सबसे ज्यादा नुकसान इस ओलावृष्टि से   सरसों एवं सब्जी की फसलों पर देखने पर मिला है। जो की पूर्णता बर्बाद हो चुकी हैं किसानों का कहना है कि यह बे मौसमी बरसात के साथ-साथ जहां पर ओलावृष्टि हुई हुई है। उसने  किसानों की कमर को तोड़ कर रख दिया है। किसान बड़ी मुश्किल से मेहनत करके फसल को तैयार करता है और जब कुदरत की मार पड़ती है तो वह बिल्कुल टूट जाता है। किसानों को कहना है कि इस ओलावृष्टि से उनकी सब्जी की काफी फैसले बर्बाद हो गई हैं जिसकी भरपाई करना बड़ा मुश्किल है।
 उन्होंने सरकार से भी मांग की की उनको उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वह दूसरी फसल उगा सके। 

भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक के अध्यक्ष मनजीत सिंह लालर ने कहा कि इस  बरसात के साथ-साथ जिन गांवों में भारी ओलावृष्टि हुई है वहां पर किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। वह सरकार से मांग करते हैं कि है कि इसकी उचित गिरदवारी करवा करके किसानों को मुआवजा दिया जाए।
 ताकि किसान अगली फसल को उगा सके क्योंकि किसान बड़ी मेहनत और लागत लगाकर के अपनी फसल को उगता है लेकिन जब इस प्रकार की कुदरत मार पड़ती है तो किसान टूट कर रह जाता है, क्योंकि किसान कर्ज लेकर के ही अपनी फसलों को तैयार करता है ऐसी स्थिति में सरकार ही किसान की मदद कर सकती है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि तुरंत ही इस बारे में प्रशासन व सरकार को ध्यान देकर के किसानों की मदद करनी चाहिए।