बिजली विभाग में हुए दो करोड़ के घोटाले में दो गिरफ्तार

उन्होंने बताया कि जब किसी फर्म को पैसा जारी किया जाता हैं तो उसमें संबंधित कार्य के दस्तावेज लगाए जाते हैं। इन दस्तावेजों की बिजली निगम की ही अलग-अलग ब्रांच जांच करती हैं। सब कुछ फाइनल होने के बाद एक्सईएन के सरकारी मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता हैं। जिसके बाद ही पैसा जारी होता हैं। इस केस में भी एक्सईएन व बिलिंग क्लर्क की मिलीभगत से गबन हुआ। फर्जी दस्तावेज लगाकर पैसा निकाला गया।

यमुनानगर || बिजली विभाग में हुए दो करोड़ के घोटाले में आज यमुनानगर पुलिस ने बिजली विभाग के एक्सईएन व विभाग के बिलिंग क्लर्क को गिरफ्तार किया है। अब इन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया हैं। वहीं इस घोटाले में कई और अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। गिरफ्तार किया गया बिजली विभाग के तत्कालीन एक्सईएन को पानीपत में हुए पेंशन फ्रॉड मामले में पहले ही बर्खास्त किया जा चुका हैं वो मामला कोर्ट में विचाराधीन हैं। वही दूसरा बिलिंग क्लर्क को विभाग से ससपेंड किया गया हैं। जानकारी के अनुसार बिजली निगम में होने वाले कार्याें के नाम पर दो करोड़ रुपये के गबन में कुलवंत सिंह व बिलिंग क्लर्क राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया हैं। डीएसपी जगाधरी अभिलक्ष जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कैसे इस घोटाले को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि जब किसी फर्म को पैसा जारी किया जाता हैं तो उसमें संबंधित कार्य के दस्तावेज लगाए जाते हैं। इन दस्तावेजों की बिजली निगम की ही अलग-अलग ब्रांच जांच करती हैं। सब कुछ फाइनल होने के बाद एक्सईएन के सरकारी मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता हैं। जिसके बाद ही पैसा जारी होता हैं। इस केस में भी एक्सईएन व बिलिंग क्लर्क की मिलीभगत से गबन हुआ। फर्जी दस्तावेज लगाकर पैसा निकाला गया। जब ये घोटाला हुआ तब एक्सईएन और बिलिंग क्लर्क की पोस्ट पर यह दोनों थे। इस मामले में आगे जांच चल रही हैं। इस जांच में आगे जो भी संलिप्त पाया जाएगा उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

मामला ससौली रोड स्थित फर्म एसबी रोडलाइन के पास बिजली निगम के कार्याें का ठेका होता था। वर्ष 2021- 22 व वर्ष 2022-23 के दस्तावेजों की जांच की जांच में सामने आया था कि कार्यालय में फर्जी दस्तावेज जमा कराए गए। बिल जमा कराए गए। जिसके माध्यम से दो करोड़ एक लाख 28 हजार रुपये का भुगतान कराया गया हैं। यह मामला सामने आने के बाद एक्सईएन यमुनानगर डिवीजन पवन नरूला की शिकायत पर शहर यमुनानगर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। जांच में बड़े खुलासे और कई और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं और ये दो करोड़ से भी बड़ा घोटाला हो सकता हैं।