गुरुग्राम में सीवर बंद होने से परेशान हाउसिंग बोर्ड के निवासी

झाड़सा बाधं के पास बसी हाउंसिंग बोर्ड कोलानी के लोगों को नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी के चलते परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। दरसल इस कॉलोनी के सीवर सफाई ना होने के चलते ओवरफलो हो रहे है। जिसके चलते गली में सीवर का पानी भर गया। उससे उठती बदबू व मच्छरों के कारण यहां कई लोग बीमार भी हो चुके बावजूद इसके निगम अधिकारी लगातार इस कालोनी की अनदेखी कर रहे है।

गुरुग्राम || गुरुग्राम के झाड़सा रोड़ पर स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निवासियों को गदें पानी और बदबू का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर सीवर ब्लॉक होने के चलते पिछले कई दिनों से गंदा पानी सड़ रहां है। कुछ घरों में भी यह गंदा पानी पहुचं रहा है जिसके चलते कुछ लोग बीमार भी हो चुके है। नगर निगम के अधिकारियों को बार-बार शिकायत देने के बाद भी कोई समाधान नहीं होता। झाड़सा बाधं के पास बसी हाउंसिंग बोर्ड कोलानी के लोगों को नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी के चलते परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। दरसल इस कॉलोनी के सीवर सफाई ना होने के चलते ओवरफलो हो रहे है। जिसके चलते गली में सीवर का पानी भर गया। उससे उठती बदबू व मच्छरों के कारण यहां कई लोग बीमार भी हो चुके बावजूद इसके निगम अधिकारी लगातार इस कालोनी की अनदेखी कर रहे है। लोगों का कहना है कि इस बारे विधायक सहित निगम अधिकारियों को वो लिखित शिकायत तक दर्ज करा चुके है। लेकिन कही कोई सुनवाई नही हो रही हैं।

मानसून शुरू होतेे ही यहां के लोगों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ जाती है। कॉलोनी के सभी प्रवेश के रास्तो पर कई फुट पानी जमा हो जाता है और उसमें सीवर का पानी मिलकर लोगों के घरों तक में घुस जाता है। जिसके चलते चहां आने जाने में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जब लोग सीवर सफाई की बात करते है तो टेंडर ना होने का हवाला दे कर उन्हे टरका दिया जाता है।

हाउसिंग बोर्ड आरडब्लूए के लोगों कहना है कि निगम की और से लाखों रुपए खर्च कर वाटर हारवैस्टीग लगाया गया था लेकिन देखभाल नही होने के चलते वो सभी पहले दिन से ही ठप पडे़। लोगों का कहना है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नही हुूआ तो वो इसकी शिकायत अब सीएम विन्डों पर करने की तैयारी कर रहे है। अब देखने वाली बात ये होगी की मानसून से पहले सीवर व नालों की सफाई में करोड़ो रुपए खर्च कर जलभराव ना होने का दावा करने वाले अधिकारी कब यहां के निवासियों को इस समस्या से निजात दिला पाएंगे।