अब सरकारी स्कूल भी प्राइवेट स्कूलों को देने लगे मात

इंद्री के गांव जोहड़ माजरा का सरकारी मिडल स्कूल की खास बात यह है कि यहां आम लोग ही नही अध्यापक भी अपने बच्चों का दाखिला इस स्कूल में कराना चाहते है। निजी स्कूलों को पढ़ाई से लेकर साफ-सफाई और डिजिटलाइजेशन में यह स्कूल टक्कर दे रहा है।

अब सरकारी स्कूल भी प्राइवेट स्कूलों को देने लगे मात

Indri Karnal (Mainpal Kashyap) : आमतौर पर हर माता पिता का सपना होता है कि उसका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े। इसी के चलते आम इंसान के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर्स भी अपने बच्चों का दाखिला प्राइवेट स्कूलों में कराते हैं, लेकिन इंद्री के गांव जोहड़ माजरा का सरकारी मिडल स्कूल इसका अपवाद है। इस स्कूल की खास बात यह है कि यहां आम लोग ही नही अध्यापक भी अपने बच्चों का दाखिला इस स्कूल में कराना चाहते है। निजी स्कूलों को पढ़ाई से लेकर साफ-सफाई और डिजिटलाइजेशन में यह स्कूल टक्कर दे रहा है। यही नही यहां पढ़ने वाले बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते है। मिडल स्कूल होने के बावजूद इसमें साइंस लैब है और बच्चों को स्पोर्ट्स के साथ साथ उनमें नृत्य व गायन प्रतिभा को भी तराशा जाता है। पूरा स्कूल सीसीटीवी कैमरों से लैस है। सरकारी स्कूल की यही  खूबियां इसे दूसरे स्कूलों से अलग बना रही हैं। साथ ही इस स्कूल में बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए पहले उनको टेस्ट पास करना होता है और टेस्ट पास करने के बाद ही उनका यहां पर दाखिला हो पाता है। 
इस स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक बलवान सिंह का कहना है कि बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने के पीछे सिर्फ एक मकसद है कि अपने बच्चों के साथ-साथ दूसरों के बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा सके। इसलिए निजी स्कूलों के मुकाबले कई गुणा बेहतर पढ़ाई यहां पर होती है। यहां से पास आउट होने वाले बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि मिडल स्कूल होने के बावजूद स्मार्ट क्लास व साइंस लैब की सुविधा है । साफ सफाई के साथ स्कूल में हरियाली पर विशेष जोर दिया जाता है।बलवान सिंह ने कहा कि अपनी सुंदरता और पढ़ाई के लिए यह स्कूल ब्लॉक में प्रथम आया है और अब हम जिले में प्रथम स्थान पर आने के लिए तैयारी कर रहे हैं। कक्षा आठवीं पास छात्र-छात्राओं की करियर काउंसलिंग की जाती है। स्कूल चलो अभियान का असर यहां खूब नजर आ रहा है | स्कूल के मुख्याध्यापक सुरेंद्र सिंह ने बताया की स्कूल का यह कायाकल्प स्टाफ व बच्चों को प्रेरित करके किया गया है उन्होंने कहा कि स्कूल का पूरा केंपस सीसीटीवी से लैस है और दीवारों पर प्रेरणादायक स्लोगन लिखे गए हैं ताकि बच्चा सकारात्मक बने।स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों ने कहा कि उनके स्कूल में पढ़ाई के साथ साथ साफ सफाई पर विशेष जोर दिया जाता है और  यहां पर साइंस लैब के साथ-साथ अन्य प्रतिभाओं को भी निखारा जाता है।बच्चों ने बताया कि उन्हें यहां पर हर तरह की सुविधाएं प्रदान की गई है जिसमें वाटर कूलर और स्पोर्ट्स भी शामिल है। छात्राओं ने कहा कि इसके अलावा उन्हें कंप्यूटर की शिक्षा भी प्रदान की जाती है। इसके साथ-साथ अंग्रेजी व अन्य भाषाओं का ज्ञान भी सिखाया जाता है।