आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है हरी सब्जियां...

हरी सब्जियों के दामो में भारी उछाल, आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है हरी सब्जियां, पिछले एक माह में सब्ज़ियों के दामो में 50 फीसदी से अधिक की वृद्धि, रसोई का बजट बिगड़ा, धनिया 300 रुपए किलो, फिर भी नही दिखाई दे रहा दुकानों पर, हरी मिर्च 120, टमाटर 70 रुपए, शिमला मिर्च 100, आलू 40, प्याज़ हुआ 35 रुपए प्रति किलो।

आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है हरी सब्जियां...

फतेहाबाद (सतीश खटक) || दाल-रोटी खाओ प्रभु के गुण गाओ, बरसों पहले लिखी गई यह पंक्तियां आज के परिपेक्ष्य में बिलकुल स्टीक बैठ रही हैं। क्योंकि हरी सब्जियां इतनी महंगी हो गई हैं कि आम आदमी की पहुंच से दूर चली गई हैं। सामान्य तौर 10 रुपए किलो तक बिकने वाला घीया तोरी ही अब 50 से 60 प्रति किलो बिक रहा है। अन्य सब्जियां का हाल क्या होगा अंदाजा लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है।

सब्जी के दामों में पिछले 30 दिनों में इतना उछाल आया है कि हरी धनियां के दाम 300 रुपए प्रति किलो तक पहुुंच गए हैं, मगर फिर भी यह दुकानों पर नजर नहीं आ रही है। लाल मिर्च का स्वाद लोगों का मुंह जलाने लगा है, दाम उछल कर 120 रुपए प्रति किलो हो गए हैं तो टमाटर भी तमतमा कर लाल हो गया है। टमाटर इस वक्त बाजार में 70 से 80 प्रति किलो की दर से बिक रहा है वहीं प्याज भी लोगों के आंसू निकालने लगा है।

बाजार में प्याज 30 से 35 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है। यही हाल अन्य सब्जियों का भी है। सब्जियों की बढ़ते दामों ने लोगों को मुसीबत में ड़ाल दिया है, एक तरफ कोरोना काल में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे आमजन के लिए हरी सब्जियां खाना मुश्किल हो गया है। जहां एक ओर चिकित्सक कोरोना वायरस से निपटने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार लेने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर सब्जियों के दामों में इतनी वृद्धि हो गई हैं तो ऐसे लोग पौष्टि आहार कैसे ले पाएंगे। सब्जियों के बढ़ते दामों को देख सब्जियों की दुकान पर अक्सर लोग यह गुनगनाते नजर आ जाते हैं - दाल रोटी खाओ, प्रभु के गुण गाओ।