उड़न परी पड़दादी ने विश्व रिकॉर्ड बना कर मिल्खा सिंह की यादें की ताज़ा

इंसान में अगर जज्बा और हौसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है, चाहे उम्र कुछ भी हो। इस बात को चरखी दादरी के गांव कादमा निवासी 105 वर्षीय रामबाई ने साबित कर दिखाया है। जिन्होंने पिछले दिनों गुजरात के वडोदरा में हुई राष्ट्रीय स्तर की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़ में नया विश्व रिकार्ड बनाया है।

उड़न परी पड़दादी ने विश्व रिकॉर्ड बना कर मिल्खा सिंह की यादें की ताज़ा

Charkhi Dadri (Pardeep Sahu) || इंसान में अगर जज्बा और हौसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है, चाहे उम्र कुछ भी हो। इस बात को चरखी दादरी के गांव कादमा निवासी 105 वर्षीय रामबाई ने साबित कर दिखाया है। यहां रामबाई की फिटनेस देख लोगों का भी पसीना छूटा है। जिन्होंने पिछले दिनों गुजरात के वडोदरा में हुई राष्ट्रीय स्तर की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़ में नया विश्व रिकार्ड बनाया है। राष्ट्रीय ओपन मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में वह इस उम्र में भी इतनी तेजी से दौड़ी कि 100 मीटर की रेस 45.40 सेकंड में पूरी करते हुए रामकौर का रिकार्ड तोड़ते हुए नया रिकार्ड बनाया है। उम्र की दहलीज भी उनकी प्रतिभा को नहीं रोक पाई और अनेकों राष्ट्रीय स्पर्धाओं में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदकों का ढेर लगा लिया है। सीएम मनोहर लाल ने रामबाई के रिकार्ड बनाने व जीत पर बधाई दी है।

गांव कादमा की रामबाई ने पिछले वर्ष भी राष्ट्रीय स्तर की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अपनी तीन पीढ़ियों के साथ गोल्ड जीतकर रिकार्ड बनाया था। बता दें कि गांव कादमा निवासी रामबाई बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी हैं और वे 105 वर्ष की आयु में वृद्धावस्था की परवाह किए बिना खेल को जीवन का हिस्सा बनाकर कड़ी मेहनत से आगे बढ़ रही हंै। रामबाई अपनी तीन पीढ़ी बेटी, पुत्रवधू, नातिन के साथ अनेक स्पर्धाओं में मेडल जीत चुकी हैं।

पड़दादी के नाम से प्रसिद्ध रामबाई के रिकार्ड व जीत से गांव कादमा के लोगों में खुशी का माहौल है। परिवार में इस उम्र में खेलने वाली रामबाई इकलौती नहीं है, बल्कि उसके परिवार के अन्य सदस्य भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। चरखी दादरी जिले का आखिरी गांव कादमा निवासी 105 वर्षीय रामबाई उड़न परी पड़दादी के नाम से मशहूर है जिसने अपनी झोली में राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में कई गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। अब इसी गांव की रामबाई ने 105 साल की उम्र में दौड़ में नया रिकार्ड बनाकर हरियाणा ही नहीं बल्कि गांव का नाम भी रोशन किया है। वे इससे पहले नवंबर 2021 में हुई प्रतियोगिता में 4 स्वर्ण पदक जीते थे। रामबाई गांव की सबसे बुजुर्ग महिला है और सब उनको उड़न परी पड़दादी (पड़दादी) कह कर बुलाते हैं।