28 जुलाई को मनाया जाएगा चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस

विश्वविद्यालय ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक पीएचडी स्कॉलर को एक पेड़ लगाना और इस अवधि के दौरान पेड़ की देखभाल करना अनिवार्य किया है जिसके उसको अंक मिलेंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के लिए एक विशेष पाठयक्रम बनाया है जिसे देश के अधिकतर विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाया जा रहा है।

भिवानी || चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का नौवां स्थापना दिवस 28 जुलाई को विश्वविद्यालय के प्रेमनगर स्थित नए भवन में मनाया जाएगा। विश्वविद्यालय के इस स्थापना दिवस समारोह में प्रदेश के उच्चतर शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक घनश्याम सर्राफ, विधायक विशंभर बाल्मिकी को बतौर विशिष्ट अतिथि सादर आमंत्रित किया गया है। यह जानकारी कुलपति प्रो राजकुमार मित्तल ने दी है। उन्होंने बताया कि चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय ने अपने गठन के मात्र कुछ ही वर्षों मे खेल, शिक्षा, अनुसंधान एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में नए आयाम स्थापित कर देश में अपनी अलग पहचान बनाई है।
प्रो. मित्तल ने कि विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण, रोजगारपरक, संस्कारी शिक्षा प्रदान करने को कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न 15 हॉबी क्लबों का गठन कर विद्यार्थियों के पैशन को प्रोफेशन में बदलने के लिए अवसर प्रदान किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक पीएचडी स्कॉलर को एक पेड़ लगाना और इस अवधि के दौरान पेड़ की देखभाल करना अनिवार्य किया है जिसके उसको अंक मिलेंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के लिए एक विशेष पाठयक्रम बनाया है जिसे देश के अधिकतर विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाया जा रहा है।

विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को उद्यमशील एवं स्वावलंबी बनाने के लिए जिला रोजगार सृजन केंद्र स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य शिक्षा एवं अनुसंधान के माध्यम से स्थानीय एवं सामाजिक समस्याओं का हल निकालना है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के श्रीनिवास रामानुजन और डॉ हरगोबिंद खुराना दो शैक्षणिक भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं जिनमें स्मार्ट क्लास रूम और हाईटेक प्रयोगशालाएं हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना 25 जुलाई 2014 को की गई थी। विश्वविद्यालय ने नाममात्र सुविधाओं के बावजूद राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
विश्वविद्यालय के 21विभागों में 42 कोर्सेज की 1625 सीटों पर दाखिला प्रक्रिया चल रही है। रिक्त सीटों पर फिजिकल काउंसलिंग 27 जुलाई को  होगी और 29 जुलाई  को शेष रिक्त सीटों पर ओपन काउंसलिंग होगी।उन्होंने क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों, पत्रकारों एवं छायाकारों,शिक्षाविदों, उद्योगपतियों, विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय की विकास यात्रा में पूर्ण सहभागी होने पर धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।