केंद्रीय फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री की टीम ने यूरिया को लेकर प्लाई बोर्ड यूनिट्स और कई गोदामों में की छापेमारी

यमुनानगर में केंद्रीय टीमों ने यमुनानगर के कृषि अधिकारियों के साथ कहीं फैक्ट्रियों में रेड की और यूरिया की जांच की कई जगहों पर नोटिस भी दिए गए। वही शादीपुर में एक गोदाम में कई कंपनियों के हजारों बैग यूरिया के मिले लेकिन ना तो कोई उसका दस्तावेज मिला और ना ही वहां पर उसका कोई मालिक मौके पर तीन गाड़ियां भी मिली जो इसको फैक्ट्रियों में सप्लाई करती हैं फिलहाल विभाग ने इस गोदाम के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि आखिर इतनी भारी मात्रा में यहां यूरिया कैसे स्टार्ट किया गया था और इसका इस्तेमाल कहां कहां किया जा रहा है।

यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) || केंद्रीय फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री की टीम ने यमुनानगर के कृषि अधिकारियों के साथ यूरिया को लेकर प्लाई बोर्ड यूनिट्स और कई गोदामों में की छापेमारी। कई फैक्ट्रियों में यूरिया के सैंपल लेकर उन्होंने लैब में जांच के लिए भेजा गया। वही शादीपुर के गोदाम में यूरिया के हजारों बैग कई अलग अलग कंपनियों के मिले लेकिन मौके पर ना तो कोई मालिक और ना ही कोई दस्तावेज मिला।कृषि विभाग ने उस गोदाम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कृषि विभाग के अधिकारियों छापेमारी का उद्देश्य यही है कि कहीं किसानों का यूरिया इन फैक्ट्रियों में इस्तेमाल तो नहीं हो रहा जहां भी हमें संदिग्ध लगा हमने सैंपल लेकर लैब में भेजा है।

किसानों का यूरिया कैसे फैक्ट्री में इस्तेमाल होता है और कैसे इसकी कालाबाजारी होती है इसको लेकर अब केंद्र की टीमें भी सख्त हो गई है। यमुनानगर में केंद्रीय टीमों ने यमुनानगर के कृषि अधिकारियों के साथ कहीं फैक्ट्रियों में रेड की और यूरिया की जांच की कई जगहों पर नोटिस भी दिए गए। वही शादीपुर में एक गोदाम में कई कंपनियों के हजारों बैग यूरिया के मिले लेकिन ना तो कोई उसका दस्तावेज मिला और ना ही वहां पर उसका कोई मालिक मौके पर तीन गाड़ियां भी मिली जो इसको फैक्ट्रियों में सप्लाई करती हैं फिलहाल विभाग ने इस गोदाम के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि आखिर इतनी भारी मात्रा में यहां यूरिया कैसे स्टार्ट किया गया था और इसका इस्तेमाल कहां कहां किया जा रहा है। अब देखना होगा इस गोदाम पर क्या कड़ी कार्यवाही होती है और कालाबाजारी करने वालों पर विभाग कैसे नकेल कस पता है क्योंकि विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी यूरिया की कालाबाजारी होती है और प्लाई बोर्ड फैक्ट्री में कृषि में उपयोग होने वाला यूरिया इस्तेमाल होता है जिससे कि ग्लू बनाया जाता है। प्लाई बोर्ड यूनिटरी टेक्निकल यूरिया के नाम पर कृषि में प्रयोग होने वाला यूरिया इस्तेमाल करते हैं फिलहाल इस कार्यवाही से प्लाई बोर्ड यूनिट्स और यूरिया कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।