अम्बाला एनआरएमयू और यूआरएमयू चार दिवसीय भूख हड़ताल पर!

अम्बाला || NRMU और URMU पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर चार दिन की भूख हड़ताल पर ! दोनो यूनियन के अधिकारी और कर्मचारी सरकार द्वारा नई पेंशन स्कीम के विरोध में चार दिन की भूख अड़ताल पर बैठ गए है ! आज दोनो यूनियन के कर्मचारी अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन के गेट नंबर एक और UTS काउंटर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए है |

अम्बाला || NRMU और URMU पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर चार दिन की भूख हड़ताल पर ! दोनो यूनियन के अधिकारी और कर्मचारी सरकार द्वारा नई पेंशन स्कीम के विरोध में चार दिन की भूख अड़ताल पर बैठ गए है ! आज दोनो यूनियन के कर्मचारी अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन के गेट नंबर एक और UTS काउंटर पर भूख हड़ताल पर बैठ गए है ! इस मौके पर भारी संख्या में कर्मचारियों ने इस भूख हड़ताल में हिस्सा लिया ! महिलाओं ने भी इस भूख हड़ताल में हिस्सा लिया ! इस मौके पर दोनो यूनियन के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की ! उन्होंने ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो फिर केंद्र जनरल सेक्रेटरी के जो भी आदेश होने उसके अनुसार करवाई की जायेगी अगर उन्होंने कहा कि स्ट्राइक पर जाना है तो स्ट्राइक की जायेगी !

सरकार द्वारा 2004 ने नई पेंशन स्कीम लागू किए जाने के विरोध में और पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को लेकर आज NRMU और URMU ने अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर चार दिन की भूख हड़ताल का एलान किया है ! इस मौके पर दोनो यूनियन के कर्मचारियों ने इस भूख हड़ताल में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ! इस मौके पर महिलाओं ने भी इस हड़ताल में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया ! इस मौके पर दोनो यूनियन के प्रधान और ट्रेजरार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हम ओल्ड पेंशन की बहाली के लिए भूख हड़ताल की है ! उन्होंने कहा कि ये जो 2004 में सरकार में (NPS ) न्यू पेंशन स्कीम लागू की है इसके रिजल्ट अब आने शुरू हो गए है ! उन्होंने कहा कि सरकार ने उस वक्त बहुत खाब दिखाए थे लेकिन अब किसी भी कर्मचारी को 20साल 18 साल 25 साल सर्विस करने के बाद तीन हजार , 2500 , 3500 पेंशन मिल रहीं है ! उन्होंने कहा कि ये पेंशन हमारे बुढ़ापे का सहारा है हमारी ओढ़नी है ! उन्होंने कहा कि ये हर कर्मचारी का हक है जो पुरानी पेंशन सरकार ने बंद कर दी है उसी की हम पुरजोर मांग कर रहे है ! इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये हमारी चार दिन की भूख हड़ताल है अगर फिर भी सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती तो फिर केंद्र जनरल सेक्रेटरी के जो भी आदेश होने उसके अनुसार आगे की करवाई की जायेगी अगर वो कहेंगे हड़ताल पर जाना है तो हम हड़ताल पर भी जाने के लिए तैयार है ! वहीं उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन को इस भूख हड़ताल से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि ये सभी कर्मचारी छुट्टी लेकर भूख हड़ताल पर बैठे है !