अम्बाला -कैंसर का टेस्ट अम्बाला सिविल अस्पताल में होगा!

अंबाला व आसपास के कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए बड़ी राहत अब कैंसर के टेस्ट के लिए पीजीआई चंडीगढ़ के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर | अंबाला कैंट नागरिक हस्पताल में ही करा सकेंगे कैंसर के टेस्ट ! एक तरफ जहां मरीजों का समय बचेगा तो दूसरी तरफ जल्द इलाज शुरू हो सकेगा | गृह मंत्री अनिल विज के प्रयास की बदौलत नागरिक हस्पताल में माइक्रोस्कोप उपलब्ध हो पाया है जिसके जरिए अब किसी भी चीज के पिक्चर लेकर पीजीआई इंस्टीट्यूट से राय लेने के लिए भेजा जा सकता है|

अंबाला व आसपास के कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए बड़ी राहत अब कैंसर के टेस्ट के लिए पीजीआई चंडीगढ़ के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर | अंबाला कैंट नागरिक हस्पताल में ही करा सकेंगे कैंसर के टेस्ट ! एक तरफ जहां मरीजों का समय बचेगा तो दूसरी तरफ जल्द इलाज शुरू हो सकेगा | गृह मंत्री अनिल विज के प्रयास की बदौलत नागरिक हस्पताल में माइक्रोस्कोप उपलब्ध हो पाया है जिसके जरिए अब किसी भी चीज के पिक्चर लेकर पीजीआई इंस्टीट्यूट से राय लेने के लिए भेजा जा सकता है | पहले यहां के डॉक्टर खुद एनालाइज करते है और अगर उनको कोई भी डाउट होता है तो वो पीजीआई चंडीगढ़ को फॉरवर्ड कर दिया जाता है और इसमें पीजीआई के विशेषज्ञों का भी ओपिनियन लिया जा सकता है ! अंबाला के डॉक्टर्स को ये माइक्रोस्कोप बहुत हेल्प कर रहा है |आने वाले समय में अंबाला ही नहीं आसपास के लोगों को इससे काफी फायदा मिलेगा |

गृह मंत्री अनिल विज के प्रयासों से अंबाला नागरिक हस्पताल दिन प्रतिदिन अंबाला के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है ! इसी कड़ी में अब अंबाला ही नहीं आसपास के लोगों को एक और बड़ी राहत मिली है जिसमे अब कैंसर पीड़ित मरीजों को कैंसर के टेस्ट कराने के लिए पीजीआई चंडीगढ़ के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे ! अब कैंसर के टेस्ट अंबाला में ही हो सकेंगे ! अंबाला कैंट नागरिक हस्पताल में गृह मंत्री अनिल विज व अंबाला सीएमओ कुलदीप सिंह व स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से माइक्रोस्कोप उपलब्ध कराया गया है जिसके बारे में नागरिक हस्पताल अंबाला कैंट की मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीतू बाला और पीएमओ डॉक्टर राकेश कुमार सेहल ने ज्यादा जानकारी देते कहा कि हमे कैंसर के मरीजों के इलाज करने में सुविधा हो रही है क्योंकि हमे माइक्रोस्कोप उपलब्ध कराया गया है!  उन्होंने बताया कि जिसके द्वारा हम किसी भी चीज की पिक्चर लेकर उसको हम पीजीआई इंस्ट्यूट में राय लेने के लिए भी भेज सकते है ! उन्होंने बताया कि पहले हम उसको खुद एनालाइज करते है अगर उसमे कुछ भी डाउट होता है तो उसको हम आगे फॉर्व्ड कर देते है जिसके द्वारा हम पीजीआई के विशेषज्ञों का भी ओपिनियन ले सकते है उनकी राय ले सकते है! उन्होंने कहा कि अगर हमे बहुत सारे केस मिल रहे है तो उनकी पिक्चर लेकर किसी पेपर में पब्लिकेशन की हेल्प मिल सकती है |

उन्होंने बताया की इस माइक्रोस्कोप द्वारा अगर चार डॉक्टर्स को बैठकर आपस में डिस्कशन करनी है तो किसी केस में डाउट है तो बैठकर डिस्कशन में भी हेल्प ले सकते हैं ! उन्होंने बताया कि इन्हीं कारणों के कारण ये माइक्रोस्कोप हमे काफी हेल्प कर रहा है | उन्होंने बताया कि अभी तक हम सात केसों में पीजीआई से सलाह ले चुके है जिसमे क्लिनिकली हमे डाउट था कि इसमें कैंसर है जब हमने देखा तो उसमे कैंसर नहीं था और फिर वो ही स्लाइड हमने पीजीआई विशेषज्ञों के साथ शेयर की ओर वहां पर भी वो कैंसर नहीं पाया गया ! उन्होंने कहा की पहले मरीज यहां जांच कराता और उसका डाउट पीजीआई जाकर क्लियर होता तो इससे अच्छा है कि हम यहां बैठकर उनकी राय भी ले सकते है और अपना भी ओपिनियन उन्हे दे सकते है ! इस सुविधा के लिए उन्होंने गृह एवम स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का धन्यवाद किया और सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप सिंह, पीएमओ राकेश सेहल , डायरेक्टर , डॉक्टर येस पाल वर्मा जिन्होंने इस माइक्रोस्कोप खरीदने में हेल्प की|