भगत सिंह को आतंकवादी बताने वालों को जेल में डालने का कानून बने: वीरेश शांडिल्य

वीरेश शांडिल्य ने गृहमंत्री अमित शाह से मांग की है कि उन्होंने वर्ष 2000 केंद्र सरकार से मांग की थी शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा संसद में लगाने की मांग की थी जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिर्फ भगत सिंह की प्रतिमा लगाई जो बिना राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा के अधूरी है।

अम्बाला || एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया एवं विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह को उनकी 116वीं जयंती पर याद किया और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि इन शहीदों की बदौलत आज हिंदुस्तान है। इन्ही की शहादत के चलते देश को राष्ट्रीय ध्वज मिला। वहीं वीरेश शांडिल्य ने भगत सिंह चोंक पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा पीएम मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से मांग की वह नए संसद में कानून लाएं की जो शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकवादी बताएगा या लिखेगा उसे काला पानी भेजा जाएगा। क्योंकि भगत सिंह को आतंकवादी बताने वाले आजादी व भारतीय तिरंगे व संविधान के दुश्मन हैं।
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उन्हें भगत सिंह को देखने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने आज से 23 साल पहले पीजीआई में भगत सिंह के छोटे भाई कुलतार सिंह की पीजीआई में सेवा की थी और कई दिन उनके साथ रहने का मौका मिला और सबसे अहम बात यह है कि उन्हें भगत सिंह के भतीजे को कंधा देने का मौका मिला जो उनके लिए सौभाग्य की बात है। वहीं वीरेश शांडिल्य ने गृहमंत्री अमित शाह से मांग की है कि उन्होंने वर्ष 2000 केंद्र सरकार से मांग की थी शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा संसद में लगाने की मांग की थी जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सिर्फ भगत सिंह की प्रतिमा लगाई जो बिना राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा के अधूरी है। इसलिए नई संसद में भगत राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा एक साथ लगाई जाए। क्योंकि तीनो शहीदों को फांसी एक ही दिन दी गई। इसलिए नई संसद में तीनों शहीदों की प्रतिमा लगाई जाए ताकि देश की युवा पीढ़ी में संदेश जाएँ और भगत सिंह को आतंकवादी बताने वाले सांसद के मुँह पर तमाचा लगें।