साइबर ठगी का नया अंदाज, व्यक्ति ने आर्मी का ऑफिसर बनकर ट्रांस्पोटरों के साथ की ठगी

साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । साइबर ठग नए तरीकों से फ्रॉड कर रहे है. अनिल नाम के व्यक्ति ने आर्मी का ऑफिसर बनकर के ट्रांस्पोटरों के साथ ठगी की. अंबाला में कई ट्रांसपोर्टरों के खातों से लाखों रुपये निकल गए ।

साइबर ठगी का नया अंदाज, व्यक्ति ने आर्मी का ऑफिसर बनकर ट्रांस्पोटरों के साथ की ठगी

|| Ambala, Haryana || Aditya Kumar || साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । साइबर ठग नए तरीकों से फ्रॉड कर रहे है । अनिल नाम के व्यक्ति ने आर्मी का ऑफिसर बनकर के ट्रांस्पोटरों के साथ ठगी की । अंबाला में कई ट्रांसपोर्टरों के खातों  से लाखों रुपये निकल गए । जिसकी शिकायत साइबर सेल में दी गई है । वही एएसपी पूजा डाबला ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।

साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है । जहाँ एक तरफ डिजिटल युग लोगों के लिए सुविधा बना हुआ है वही कुछ लोग इस गलत फायदा उठाकर ठगी कर रहे है ।  साइबर ठग हर बार ठगी के नए नए तरीके ढूंढ लाते है । इस बार ठगी का मामला ट्रांस्पोटरों से जुड़ा हुआ है । अंबाला में कुछ ट्रांस्पोटरों के पास अनिल नाम के व्यक्ति का फ़ोन आता है जोकि अपने आपको मेजर बताता है , और फ़ोन करके मेजर अनिल ट्रांस्पोटरों को पैसे भेजने के लिए स्कैन कूपन भेजता है ट्रांसपोर्टर जैसे ही उस ओर स्कैन करते है तो उनके खाते से पैसे कट जाते इसी तरीके से कई ट्रांस्पोटरों के साथ ठगी हो चुकी है।

ट्रांस्पोटर पवन कुमार ने बताया कि आर्मी के नाम से कॉल आई थी कि उन्हें कोलकत्ता की गाड़ी लगाने है , जिसमें आर्मी कैंट से खाने का सामान जायएगा । जिसमें उन्होंने आर्मी के नाम से रेट किया जिसमें 74000 का भाड़ा हुआ और गाड़ी दे दी । गाड़ी जब लोडिंग पॉइंट पर पहुंची तो आर्मी ऑफिसर ने कहा कि 74000 तुम हमारे एकाउंट में डालोगे तो उसका डबल पैसा आ जायेगा और तुम्हारा भाड़ा यही पेड हो जाएगा । जिसके बाद ट्रांसपोर्टर ने पैसे डाल दिए और उसके बाद उनके खाते से 10 हजार और 15 हजार करते करते 2 लाख चले गए । जिसके बाद पुलिस को कंप्लेंट की है प्रशासन से यही गुजारिश है कि जल्द से जल्द इस पर संज्ञान लिया जाये ।

ट्रांपोटर रमेश कुमार ने बताया कि उनके पास भी अनिल नाम के व्यक्ति का फोन आया था कि आर्मी की गाड़ी लगानी है । लेकिन वो उसके जाल से बच गए क्योंकि सभी ट्रांस्पोटर एक दूसरे से बात कर चुके थे और कई ट्रांपोटरों के पास इस तरीके से कॉल आ चुके थे ।
वीओ:- इस मामले पर पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की गई।  ASP पूजा डाबला लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दे रही है । पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार राहगीरी नाम से कैंपेन चलाकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

ASP पूजा डाबला ने बताया कि साइबर ठगी के मामले के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है । इसके साथ ही राहगीरी के माध्यम से भी हर सप्ताह लोगों को जागरूक किया जा रहा है । अगर किसी के साथ भी फ्रॉड होता है तो साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 पर तुरंत संपर्क करके शिकायत दर्ज करवा सकते है ।