हिसार की अनीता कूंडू ने गंगोत्री व रुदुगैरा की चढाई पर लहराया तिरंगा...

हिसार की अनीता कूंडू ने गंगोत्री व रुदुगैरा की चढाई पर लहराया तिरंगा...

हिसार (प्रवीण कुमार) || गंगोत्री और रुदूगैरा पर चढ़ाई करने उत्तराखंड पहुंची अनीता कुंडू  हाल ही में राष्ट्रपति के हाथों एडवेंचर के सबसे बड़े अवॉर्ड तेनजि़ंग नोर्गे से सम्मानित हुई विख्यात पर्वतारोही अनीता कुंडू कल से हिंदुस्तान के दो पर्वतों की चढ़ाई करके एक बार फिर से हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन किया है। यह यात्रा 20 से 25 दिनों के अंतराल में पूरी की थी। अनीता कूंडू ने कहा कि ने कहा कि देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय खेल मंत्री ने खेलों इडिया के नारा दिया है युवा खेलो में भाग लेकर मैडल जीत कर आए और स्वस्थ्य रहे। उन्होंने अपील कि है कि देश के युवा खिलाडी खेलों इडिया के तहत खेलों में मैडल जीत कर लाए और भारत देश का नाम रोशन करे। अनीता कूडू हरियाणा पुलिस ने में कार्यरत है और साथ साथ अपने माऊटेनिग कार्य को लगातार जारी रखती है। रूदुगैरा और गंगोत्री 3 नामक के ये दो पर्वत शिखर उत्तराखंड में है। रुदुगैरा की ऊंचाई 5800 मीटर ऊंची हैए वहीं गंगोत्री 3 की ऊंचाई 6700 मीटर है। ये दोनों ही टेक्निकल माउंटेन है। अनीता ने बताया कि मेरा ये अभियान 20 से 25 दिनों में पूरा था ये दोनों ही टेक्निकल माउंटेन है। अनीता के परिजनों में खुशी है उन्होंने मिठाईया बांट कर खुशी का इजहार किया है परिजनों में इस यह साहससिक कार्य करने पर अपनी बेटी पर गर्व हुआ है।

अनीता कूंडू की उपलब्धियां
2009 में पर्वतारोहण के बेसिक एडवांस के साथ सभी कोर्स पास किए। सतोपंथ  कोकस्टेट आदि हिदुस्तान की अनेकों चोटियों को फ़तेह किया।
18 मई 2013 को नेपाल के रास्ते माउंट एवरेस्ट फ तेह किया।
2015 में चीन के रास्ते एवेरेस्ट फ़तेह करने का प्रयास  22500 फ ़ीट पे पहुंचने पर भूकम्प ने क़दमो को रोका  इस त्रासदी में अनिता ने अपने अनेकों पर्वतारोही साथी खोएए अभियान कैंसल हुआ।
2017 में फि र चीन के रास्ते से माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई  60 दिन के कड़े संघर्ष के बाद 21 मई 2017 को एवरेस्ट फ़तेह किया।
नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से माउंट एवरेस्ट को फ़तेह करने वाली हिंदुस्तान की इकलौती बेटी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
2018 में पूरी दुनियां के सातों महाद्वीपों की चढ़ाई शुरू की एशिया की माउंट एवरेस्ट अफ्रीका की किलिमंजारो  यूरोप की एलबुर्सए अंटार्कटिका की विनसन मासिफ  दक्षिणी अमेरिका की अकांकागुवा  ऑस्ट्रेलिया की कारस्टेन्स पिरामिड शिखर फ़ तेह। उतरी अमेरिका की देनाली के शिखर से 100 मीटर दूर ही बफऱ्ीले तूफान का सामना किया।
27 सितम्बर 2019 को माउंट एवरेस्ट के बराबर की ही ऊंचाई की चोटी माउंट मनासलू को फ़तेह किया।
अनिता कुण्डू के सभी अभियानों पर करोड़ों रुपए खर्च आता है  ये सभी राज्यसभा सांसद आरकेसिंन्हा की विशाल कम्पनी एसआईएस उठाती है। क्योंकि सिन्हा ने अपनी ने अनिता को अपनी बेटी के रूप में अडॉप्ट किया हुआ है। उन्होंने अनिता को अपनी सभी कम्पनीए स्कूलए सस्थाएंए हिंदुस्थान समाचार समूह आदि का ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है।

पुरुस्कार
भारत सरकार ने हाल ही में अनीता को तेनजि़ंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवॉर्डए हरियाणा सरकार ने नारी शक्ति पुरुस्कारए कल्पना चावला अवार्डए सर्वोत्तम महिला पुलिस अवॉर्ड से भी अनीता को सम्मानित किया गया है। सैंकड़ो संस्थाएए समूहए संग़ठन अनिता को सम्मानित कर चुके हैं। अनेकों यूनिवर्सिटीए संस्थाओं आदि ने अनिता को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है। एक पर्वतारोही के साथ.साथ अनिता एक मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर भी जानी जाती है। हिंदुस्तान के हर कोने में उनको सुनने के लिए बुलाया जाता है। अनिता एक साधारण किसान परिवार से सम्बंध रखती है। जब वे मात्र 13 साल की थी तो उनके पिता का देहांत हो गया थाए पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी पढ़ाई और खेल जारी रखाए खेत मे हल चलाना भी सीखाए पशुओं को पालने में भी महारत हांसिल की। अपने सभी छोटे भाई.बहनों को भी पढ़ाया। और आज करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई। अनिता ने बताया कि मेरी इस कामयाबी में मेरी माँ और मेरे ताऊ का बहुत बड़ा योगदान है। मेरी माँ ने विपरीत परिस्थितियों में भी मुझ पर विश्वास कियाए और मेरे ताऊ ने हमेशा पढऩे और खेलने के लिए प्रोत्साहन दिया। अनिता ने बताया कि मेरा एक ही सपना है कि हर बेटी पढ़े और खेलेए अपने माँ.बाप और देश प्रदेश का नाम रोशन करें। जिस प्रकार अपने हालातों से मैं लड़ीए वे सब भी ऐसे ही बहादुरी से अपने जीवन में आने वाली चुनोतियों का सामना करें। और अपने जीवन मे सफल हो।