गुरुग्राम के मानेसर दमकल ट्रेनिंग सेंटर में दी गई 2 महीने की ट्रेनिंग

प्रदेशभर से आए 37 फायरकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया और अग्नि कांड में किस तरह से फायर कर्मियों को काम करना है इसके बारे में दी गई जानकारी दमकल विभाग ने ड्राइवर को भी बनाया फायर ऑपरेटर जो अब फायर ऑपरेटर कम ड्राइवर की भूमिका निभाएंगे

गुरुग्राम के मानेसर दमकल ट्रेनिंग सेंटर में दी गई 2 महीने की ट्रेनिंग

Delhi || Abhay ||  गुरुग्राम के मानेसर स्थित दमकल ट्रेनिंग सेंटर में 7वे बेसिक ट्रेनिंग कोर्स का समापन हुआ जिसमें दमकल कर्मियों को 2 महीने की ट्रेनिंग दी गई। हरियाणा के अलग-अलग जिलों से आए 37 दमकल कर्मियों को इस दौरान प्रशिक्षित किया गया। यही नहीं अब दमकल विभाग ने दमकल के ड्राइवर को भी फायर ऑपरेटर बना दिया है। जिनको एक विशेष ट्रेनिंग दी गई है और अब वह ड्राइवर के साथ साथ फायर ऑपरेटर की भी भूमिका निभाएंगे। जिनको ड्राइवर कम फायर ऑपरेटर कहा जाता है।  

यह जो तस्वीरे आप  देख रहे इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दमकल कर्मियों को किस तरह से हर बारीकी के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यहां दमकल कर्मियों को प्रैक्टिकल के जरिए ट्रेनिंग दी जा रही है।जिसके आग लगने पर तुरंत स्पॉट पर रवाना होना, आग लगने के दौरान इमारत में कैसे और कहां से जाना है, अंदर जाते हुए किन-किन बातों का ध्यान रखना है,फायर गाड़ी को कितनी दूर पर खड़ा करना है, यही नहीं इस दौरान लोगों को कैसे रेस्क्यू करना है। इन तमाम बातों के बारे में दमकल कर्मियों को बताया गया है।

दमकल विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गुलशन कालरा की माने तो दमकल कर्मियों को मानसिक रूप से भी ट्रेनिंग के दौरान मजबूत किया जाता है और जितनी भी गाड़ियां दमकल विभाग के पास है उन तमाम गाड़ियों के बारे में इन कर्मियों को जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि दमकल कर्मियों को यहां तक बताया गया है कि उन्हें कितना पानी इस्तेमाल करना है,क्योंकि कई बार देखा जाता है कि जितना नुकसान आग से नहीं होता उससे ज्यादा नुकसान दमकल विभाग के द्वारा आग बुझाने के दौरान इस्तेमाल हुए पानी से होता है। इसलिए कर्मियों को पानी के ठीक इस्तेमाल को लेकर भी ट्रेनिंग दी गई है।वही अब यह दमकल कर्मी अलग-अलग फायर स्टेशन पर जाकर वहां पर 1 महीने की ट्रेनिंग पर रहेंगे।