राज्यपाल ने की वार्षिक उत्सव में शिरकत, मेधावी छात्रों को किया पुरस्कृत

कौशल भारत- कुशल भारत‘ का नारा दिया,गांव दूधोला स्थित विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के वार्षिक उत्सव,युवाओं को अपना शैक्षणिक स्तर ऊंचा उठाने का सुअवसर मिलेगा,

 राज्यपाल ने की वार्षिक उत्सव में शिरकत, मेधावी छात्रों को किया पुरस्कृत

||Haryana||Rajnipal|| हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज पलवल के गांव दूधोला स्थित विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के वार्षिक उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।  इस मौके पर विश्व विद्यालय के वार्षिक प्रतिवेदन व न्यूज़ लेटर का विमोचन भी किया गया।

आपको बता दे की महामहिम राज्यपाल ने संबोधित करते  हुए कहा की यह गौरव का विषय है कि विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय तीव्र गति से विकास कर रहा है। हरियाणा सरकार ने कृषि, विज्ञान, कला, कौशल, संस्कृति एवं सामाजिक क्षेत्रों में वर्तमान मांग के अनुसार युवा पीढ़ी के सपनों को साकार करने के लिए तकनीकी, बहुतकनीकी, स्वास्थ्य और कला संकाय से संबंधित कई नए संस्थानों की स्थापना की है और उन्ही में से एक श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय भी है। हमें गर्व होता है कि आज हमारे पास वर्तमान मांग के अनुरूप एक ऐसी नई शिक्षा नीति है। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘कौशल भारत- कुशल भारत‘ का नारा दिया। उन्होंने ‘कौशल नवीन, कौशल और अतिरिक्त कौशल‘ की अवधारणा भी दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘कौशल भारत कुशल भारत‘ अभियान को क्रियान्वित करने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं।  हमारे तकनीकी और बहुतकनीकी संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उद्योगों में कार्य करने का प्रत्यक्ष और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त नहीं हो पाता। इसी कारण औद्योगिक संस्थानों में उन्हें रोजगार नही मिल पाता और वे सिर्फ डिग्री के साथ बेरोजगार रह जाते हैं। इस विश्वविद्यालय में उद्योगों की जरूरतों के अनुसार उद्यमों और विश्वविद्यालय की आपसी साझेदारी के साथ विद्यार्थियों को ऑन जॉब ट्रेनिंग  के अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे। आज के दौर में हमें इसी प्रशिक्षिण की सबसे अधिक आवश्यकता है।  विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की दोहरा एकीकृत मॉडल की नीति के अंतर्गत ‘सीखो और कमाओ अपनी पहचान बनाओ‘ एक अनुकरणीय पहल है। इसके अंतर्गत इस संस्थान में हायर एजुकेशन में Recognisation of Prior Learning (RPL) जैसे महत्वाकांक्षी कदम उठाए हैं। इससे उन अनुभवी युवाओं को अपना शैक्षणिक स्तर ऊंचा उठाने का सुअवसर मिलेगा, जो विषम परिस्थितियों के कारण अपनी उच्च शिक्षा पूरी नहीं कर पाए और डिग्री से वंचित रह गए।
विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने RPL की शुरुआत कर कौशल और व्यक्तित्व विकास का नया मार्ग प्रशस्त किया है। हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में आरपीएल को लागू करने का जिम्मा भी विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सौंपा है। इसके अलावा स्किल इनोवेटिव स्कूल भी विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की एक नई देन है, जिसकी हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश को आवश्यकता है। इनोवेशन के माध्यम से ही विद्यार्थियों को उद्यमी बनाया जा सकता है। विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के तत्वाधान में प्रदेश के 10 जिलों में स्किल इनोवेटिव स्कूल खुलने जा रहे हैं। इसके बाद यह पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगें।राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए गैप स्टडी के क्षेत्र में विभिन्न जिलों में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा शार्ट प्रोग्राम भी चलाए जा रहे हैं।