भिवानी सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की हमसा ने फूंकी प्रतियां

भिवानी सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की हमसा ने फूंकी प्रतियां लिपिकों ने वायदाखिलाफी के विरोध में फूंका प्रतिकात्मक पुतला फूंक जताया विरोध सरकार की वायदाखिलाफी से गुस्साएं लिपिकों ने कहा : 16 की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में लेंगे भाग भिवानी, 12 फरवरी : सभी विभागों, बोर्डो, निगमों,नगर निगमों, विश्वविद्यालय में कार्यरत्त कर्मियों का सांझा संगठन हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले विभिन्न विभागों के लिपिक वर्गीय कर्मी स्थानीय चौ. सुरेंद्र सिंह पार्क में एकत्रित हुए तथा प्रदर्शन कर डीसी दफ्तर पर नोटिफिकेशन की प्रतियां व मुख्यमंत्री का प्रतिकात्मक पुतला फूंका।

भिवानी, 12 फरवरी : सभी विभागों, बोर्डो, निगमों,नगर निगमों, विश्वविद्यालय में कार्यरत्त कर्मियों का सांझा संगठन हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले विभिन्न विभागों के लिपिक वर्गीय कर्मी स्थानीय चौ. सुरेंद्र सिंह पार्क में एकत्रित हुए तथा प्रदर्शन कर डीसी दफ्तर पर नोटिफिकेशन की प्रतियां व मुख्यमंत्री का प्रतिकात्मक पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व हरियाणा पब्लिक हैल्थ क्लेरिकल एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष भरत सिंह खटाना ने किया तथा संचालन कॉलेज की मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान मीनष घणघस ने किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मियों के वेतन बढ़ोत्तरी से संबंधित गत दिनों जो नोटिफिकेशन जारी किया है, वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। कर्मियों के लंबे संघर्ष को लॉलीपॉप देते हुए 19900 से 21700 का ग्रेड जारी किया है, सरकार बिना कुछ दिए वाहवाही लूटकर आंदोलन को समाप्त करना चाहती है। लेकिन सरकार की रीढ़ कहलाने वाला मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मी अब बहकावे में नहीं आएगा तथा वेतनमान बढ़ोत्तरी सहित सांझी मांगों को लेकर 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भी बढ़-चढक़र भाग लेगा। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने चुनाव से पहले मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मियों के वेतनमान में बढ़ोत्तरी करने वायदा किया था। लेकिन 10 साल बीत जाने के बाद भी वेतनमान में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है, जिससे मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मियों में भारी रोष है। उल्लेखनीय है कि सातवें पै-कमीशन में लिपिक 35400 का हकदार बनता है, जिसके लिए वे पिछले 20 वर्षो से आंदोलनरत्त भी है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वेतनमान बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर काफी बड़े आंदोलन, हड़ताल, धरना, प्रदर्शन किए है। लेकिन कुछभ्नहीं मिला। कर्मचारियों को सरकार सिर्फ बरगलाकर या लाठिया बरसाकर आंदोलन को कमजोर करना चाहती है। लेकिन अब कर्मचारी अन्याय व शोषण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा तथा अपनी सांझी मांगों को लेकर होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारियां कर मुंहतोड़ जवाब देगा।