गुड़गांव : नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस में फूट, नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों के आवेदन के लिए गठित कमेटी भंग कर दी गई

नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस में फूट, नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों के आवेदन के लिए गठित कमेटी भंग कर दी गई | समिति बनाने का अधिकार किसे है| इस कमेटी का कोई औचित्य नहीं है, अगर कमेटी बनानी है तो पीसीसी ही बनेगी | चुनाव प्रभारी का काम सिर्फ आवेदन लेकर पीसीसी को भेजना है।गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम चुनाव के लिए कप्तान अजय सिंह यादव और करण सिंह दलाल को प्रभारी बनाया गया है. कमेटी का गठन कप्तान अजय सिंह यादव व करण सिंह दलाल ने किया | समिति प्रदेश अध्यक्ष ने समिति भंग कर दी |

गुड़गांव : नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस में फूट, नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों के आवेदन के लिए गठित कमेटी भंग कर दी गई

|| Gurugram || Kartik Bhardwaj || नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस में फूट, नगर निगम चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों के आवेदन के लिए गठित कमेटी भंग कर दी गई | समिति बनाने का अधिकार किसे है| इस कमेटी का कोई औचित्य नहीं है, अगर कमेटी बनानी है तो पीसीसी ही बनेगी | चुनाव प्रभारी का काम सिर्फ आवेदन लेकर पीसीसी को भेजना है।गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम चुनाव के लिए कप्तान अजय सिंह यादव और करण सिंह दलाल को प्रभारी बनाया गया है. कमेटी का गठन कप्तान अजय सिंह यादव व करण सिंह दलाल ने किया | समिति प्रदेश अध्यक्ष ने समिति भंग कर दी | 

गुरुग्राम और मानेसर में होने वाले नगर निगम चुनावो से पहले कांग्रेस में फूट दिखाई देने लगी है। दोनों ही नगर निगम चुनावो के लिए बनाए गए प्रभारियों दुवारा बनाई गई कमेटी को प्रदेश अध्यक्ष ने भंग कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की माने तो प्रभारियो को कमेटी गठन के अधिकार ही नही है। ये अधिकार तो पीसीसीआई का है। दरअसल गुरुग्राम और मानेसर में होने वाले नगर निगम चुनावों के लिए कांग्रेस के पूर्व मंत्री कर्ण दलाल शनिवार को गुरुग्राम पहुचे थे। जहा उन्होंने कार्यकर्ताओ से बैठक की और चुनाव लड़ने के इक्छुक कार्यकर्ताओ से आवेदन मांगे। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया जो आवेदन ले कर पीसीसीआई को भेजेगी। उसके बाद पार्टी तय करेगी कि किसे उम्मीदवार बनाना है। लेकिन गुरुग्राम पहुचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने इस कमेटी को भंग कर दिया। जिससे कांग्रेस में फूट एक बार फिर से उजागर हो गई।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की माने तो चुनाव प्रभारी का काम केवल एप्लिकेशन लेना होता है। न कि किसी कमेटी का गठन करना। दस सदस्यों की कमेटी का कोई औचित्य नही है। अगर कमेटी बनानी है तो पीसीसी बनाएगी। यही वजह है कि कमेटी को भंग किया गया है। वही कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कर्ण दलाल को गुरुग्राम एवं विधायक गीता भुक्कल को मानेसर नगर निगम के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। नगर निगम का चुनाव लड़ने के इक्छुक कार्यकर्ताओ से आवेदन मांगे गए है। कर्ण दलाल की माने तो आवेदन आने के बाद कमेटी दुवारा विचार किया जाएगा। साथ ही सर्वे भी करवाया जाएगा, जिससे निगम चुनावो में कांग्रेस की जीत निश्चित हो सके। पार्टी उन्ही को टिकट देगी जिसकी आम जन के बीच पहुच होगी।