सोनीपत : ये कैसी अंधेरगर्दी, एक विभाग ने इम्पाउंड किया तो दूसरा मांग रहा है पार्किंग फीस....

सोनीपत का रहने वाला सचिन कुमार ई रिक्शा चालक है और वह लॉक डाउन से 1 दिन पहले मुरथल गया हुआ था तो आरटीओ विभाग ने उसकी ई रिक्शा को इंपाउंड कर दिया और उसे मुरथल स्थित हरियाणा रोडवेज विभाग के परिसर में खड़ा कर दिया, 3 दिन पहले सचिन ने जुर्माना भी भर दिया लेकिन अब हरियाणा रोडवेज विभाग उससे पार्किंग फीस वसूलना चाहता है, जिसके चलते सचिन कुमार आपकी पत्नी समेत लघु सचिवालय में धरने पर बैठ गया।

सोनीपत : ये कैसी अंधेरगर्दी, एक विभाग ने इम्पाउंड किया तो दूसरा मांग रहा है पार्किंग फीस....

सोनीपत (सुनील कुमार) || सोनीपत का रहने वाला सचिन कुमार ई रिक्शा चालक है और वह लॉक डाउन से 1 दिन पहले मुरथल गया हुआ था तो आरटीओ विभाग ने उसकी ई रिक्शा को इंपाउंड कर दिया और उसे मुरथल स्थित हरियाणा रोडवेज विभाग के परिसर में खड़ा कर दिया, 3 दिन पहले सचिन ने जुर्माना भी भर दिया लेकिन अब हरियाणा रोडवेज विभाग उससे पार्किंग फीस वसूलना चाहता है, जिसके चलते सचिन कुमार आपकी पत्नी समेत लघु सचिवालय में धरने पर बैठ गया।सोनीपत में एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया जिसे सुनकर आप चौक जायेंगे जी हां हम बात कर रहे हैं आरटीओ और हरियाणा रोडवेज विभाग की है, और कहानी है एक ई रिक्शा चालक की , जोकि एक ईरिक्शा ही उसके परिवार का पालन पोषण का साधन थी और वही अब हरियाणा रोडवेज के मुरथल परिसर में खड़ी है और वह लघु सचिवालय के धरना स्थल पर अपनी पत्नी के साथ बैठा है, अब हम आपको पूरा मामला समझाते है, सचिन लॉक डाउन से 1 दिन पहले मुरथल गया हुआ था तो आरटीओ विभाग ने उसकी रिक्शा को इंपाउंड करके 55 सो रुपए का चालान कर दिया और उसे हरियाणा रोडवेज के मुरथल स्थित कार्यालय में खड़ा कर दिया हालांकि उसने अब सभी कागजात दिखाकर अपना फाइन यानीकि जुर्माना दो भर दिया लेकिन अब हरियाणा रोडवेज उससे उसकी ई रिक्शा खड़ी करने का पार्किंग फीस वसूलना जाती है लेकिन उसके पास पार्किंग फीस देने के लिए एक भी पैसा नहीं है क्योंकि 2 महीने से वह कोई भी रोजगार नहीं कर पाया है, कमाई का जो साधन था वह भी वही खड़ा है ई रिक्शा में लगा कई हजार रुपए का सामान भी चोरी हो गया।

ई रिक्शा चालक सचिन कुमार बताया कि लॉक डाउन से 1 दिन पहले वह मुरथल के राय हॉस्पिटल में गया था लेकिन वापस आते हुए आरटीओ ने उसकी ई रिक्शा को इंपाउंड कर दिया जबकि उसके पास सारे कागजात थे उसने 3 दिन पहले जुर्माना भी भर दिया लेकिन जब आरटीओ ने उसकी ई रिक्शा का चालान किया था , तब उसकी ई रिक्शा को हरियाणा रोडवेज के परिसर में खड़ा कर दिया , और अब वह जब उसे लेने गया तो वहां से उसे ई रिक्शा नही दी बल्कि 8 हज़ार रुपये पार्किंग फीस भी भरने को कहा। सचिन कुमार ने कहां कि मैं पैसे कहां से लाऊं,  लॉक डाउन में कोई कमाई नही हुई, अब यहां तब तक धरना दूँगा जब तक मेरी समस्या का समाधान नही होता, वही ई रिक्शा चालक की पत्नी ने कहा कि मैं दुसरो के घर मे काम करके घर का खर्चा चला रही हूं, जबकि हमारी ई रिक्शा को नही छोड़ा जा रहा हैं घर में दो बच्चे भी है लेकिन हमसे कोई अधिकारी मिलने भी नही पहुँचा है।