रोहतक-इनेलो से भाजपा में शामिल हुए सतीश नांदल को भाजपा में बड़ी ज़िम्मेदारी!

रोहतक || इनेलो पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुए सतीश नांदल को भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेवारी मिली है सतीश नांदल को पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर की जगह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है, जाट  बाहुतुल्य इलाका रोहतक में सतीश दंडल को बड़ी जिम्मेवारी मिलना भाजपा द्वारा जाट वोटरों को साधना बताया जा रहा है।

रोहतक || इनेलो पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुए सतीश नांदल को भाजपा संगठन में बड़ी जिम्मेवारी मिली है सतीश नांदल को पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर की जगह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है, जाट  बाहुतुल्य इलाका रोहतक में सतीश दंडल को बड़ी जिम्मेवारी मिलना भाजपा द्वारा जाट वोटरों को साधना बताया जा रहा है। सतीश नांदल ने संगठन को लेकर बदलाव के बाद हर जिम्मेवारी निभाने की बात कही है।

भारतीय जनता पार्टी ने ठीक लोकसभा चुनाव से पहले संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए इनेलो से 2019 में भाजपा में शामिल हुए सतीश नांदल को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है जाट बाहुतुल्य क्षेत्र में जाट नेता को बड़े जिम्मेवारी मिलना ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले जाट वोटरों को साधना चाहती है यही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में सतीश नंदन को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है भाजपा हर तरफ से मजबूत होने के बाद अब रोहतक में हर हाल में मजबूत होना चाहती है और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ को तोड़ना चाहती है। हाल ही के दिनों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विधानसभा क्षेत्र गढ़ी सांपला  किलोई से सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए थे।

सतीश नांदल ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी 36 बिरादरी की पार्टी है इसलिए यहां गढ़ किसी का नहीं हो सकता उन्होंने कहा कि संगठन में बदलाव कर जो उन्हें जिम्मेवारी दी गई है इसके लिए वह पार्टी के बड़े नेताओं का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता का मान सम्मान किया जाएगा और सबको साथ लेकर चला जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा में पैर जमाए बैठे हुए हैं जबकि कांग्रेस मां बेटा और प्रदेश में पिता पुत्र की पार्टी बनकर रह गई है भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज तक दूसरे कार्यकर्ता को उभरने नहीं दिया है जबकि भारतीय जनता पार्टी में हर छोटी से छोटे कार्यकर्ताओं को मौका मिलता है।