डिस्कवरी वाइन पर फायरिंग के बाद हत्या मामले में एक गिरफ्तार

वीपिन नेहरा ने शिकायतकर्ता से पंचगांव चौक के पास स्थित डिस्कवरी वाईन शॉप उसके पिता दयाराम नेहरा के नाम करवाने के लिए कहा था, परन्तु उसके द्वारा वाईन शॉप नाम नही करवाया तो वीपिन नेहरा ने उस पर दबाव बनाने व अपना वर्चश्व स्थापित करने के लिए वारदात को अन्जान देने के लिए कहा था।

गुरुग्राम || पंचगांव चौक स्थित वाइन शॉप पर फायरिंग करके 1 व्यक्ति की हत्या व 2 को घायल कर फरार हुए शूटर को गुरुग्रम पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। डीसीपी क्राइम की माने तो गैंगस्टर वीपिन नेहरा ने वर्चश्व व वाईन शॉप अपने पिता के नाम करवाने के लिए अपने शूटरों से फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस वारदात में संदीप नामक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि देशराज शर्मा व राजेन्द्र प्रसाद नामक व्यक्ति गोलियां लगने के कारण घायल होकर हॉस्पिटल में दाखिल कराए गए था। वाईन शॉप के मालिक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। 
डीसीपी क्राइम की माने तो पंचगांव चौक पर डिस्कवरी वाइन के संचालक को करीब एक सप्ताह पहले किसी इन्टरनेशनल नम्बर से इसके व इसके भाई के फोन पर "ठेका उनके नाम कराने व ठेका नाम नही कराने की सूरत में अंजाम भुगतने" का मैसेज आया था। जब ठेके के संचालक ने कोई ध्यान नही दिया तो 16 जून की रात ठेके पर दो युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी और वहां से भाग गए। उनके द्वारा की गई फायरिंग से वाईन शॉप पर उपस्थित 3 ग्राहकों को गोलियां लगी, जिन्हें ईलाज के लिए वहां पर उपस्थित लोगों ने हॉस्पिटल दाखिल कराया गया। गोली लगने के कारण संदीप नामक व्यक्ति की आर्वी हॉस्पिटल में मौत हो गई तथा देशराज शर्मा व राजेन्द्र प्रसाद नामक व्यक्ति घायल हो गए, जिनका ईलाज चल रहा है। वारदात को अंजाम दे फरार हुए एक आरोपी को पुलिस ने फरुखनगर-हेलीमण्डी रोङ पर स्थित गांव डाबोदा से काबू किया, जिसकी पहचान रोहित गडरिया निवासी गाजियाबाद उत्तर-प्रदेश के रुप में हुई है।

पुलिस ने अरोपी से पूछताछ की तो मालूम चला कि वह व उसके 2 साथी सौरभ व दीपक नागर गैंगस्टर वीपिन नेहरा के लिए काम करते है और उसी के कहने पर उन्होंने वारदात को अन्जाम दिया था। वीपिन नेहरा ने शिकायतकर्ता से पंचगांव चौक के पास स्थित डिस्कवरी वाईन शॉप उसके पिता दयाराम नेहरा के नाम करवाने के लिए कहा था, परन्तु उसके द्वारा वाईन शॉप नाम नही करवाया तो वीपिन नेहरा ने उस पर दबाव बनाने व अपना वर्चश्व स्थापित करने के लिए वारदात को अन्जान देने के लिए कहा था। इतना ही नहीं वह लोग वीपिन नेहरा के कहे अनुसार फरीदाबाद, रेवाङी व पटौदी में इसी प्रकार की अन्य वारदातों को भी अंजाम देना था।

आरोपी से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि ये तीनों एक मोटरसाईकिल पर सवार होकर आए थे और इन्होंने मोटरसाईकिल को मोङकर खड़ा कर दिया तथा सौरभ व दीपक नागर वाईन शॉप पर चले गए और उन्होंने तबातोड़ फायरिंग करते हुए करीब 19 राउंड फायर किए। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों मोटरसाईकिल पर सवार होकर फरार गए। पहले ये आईएमटी मानेसर में एक कमरे पर गए, इसके बाद ये वहां से कोसली (रेवाड़ी) चले गए। आरोपी रोहित पुलिस से बचने के लिए भागने की फिराक में था और ये बस में सवार होकर यू.पी. जा रहा था, परन्तु पुलिस ने इसे रास्ते में ही पकड़ लिया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले पूछताछ करने ने जुट गई है।