हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी बीजेपी -जजपा पर जमकर बरसी

पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ग्रामीण जनसंपर्क अभियान के दौरान दादरी के गांव सारंगपुर, घसोला, रामनगर सहित आधा दर्जन गांवों में पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से आगामी दिनों में कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने का आह्वान किया। कहा कि दक्षिण हरियाणा ने सदैव उनके परिवार का साथ दिया है और अब आगामी लोकसभा चुनाव में भी जनता के सहयोग से इस क्षेत्र में विकास करवाया जाएगा।

चरखी दादरी || हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने दक्षिण हरियाणा को अपना पुश्तैनी गढ़ बताया। कहा कि दक्षिण हरियाणा स्व. बंशीलाल व सुरेंद्र सिंह का गढ़ रहा है और यह गढ़ कायम भी रहेगा। अपने गढ़ के लोगों की जनसमस्याएं जानकर दिल को ठेस पहुंची है कि भाजपा ने इस क्षेत्र में कुछ नहीं किया। साथ ही श्रुति ने कांग्रेस में गुटबाजी पर भूपेंद्र हुड्‌डा का नाम लिए बैगर कहा कि समय आने पर सभी नेता सीधे हो जाएंगे। हाईकमान द्वारा ही पार्टी का नेता बनाया जाएगा। दरअसल पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ग्रामीण जनसंपर्क अभियान के दौरान दादरी के गांव सारंगपुर, घसोला, रामनगर सहित आधा दर्जन गांवों में पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से आगामी दिनों में कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने का आह्वान किया। कहा कि दक्षिण हरियाणा ने सदैव उनके परिवार का साथ दिया है और अब आगामी लोकसभा चुनाव में भी जनता के सहयोग से इस क्षेत्र में विकास करवाया जाएगा। श्रुति चौधरी ने कहा कि भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के साथ भाजपा सरकार ने कोई विकास व नीतियां लागू नहीं की। अग्निवीर भर्ती कर युवाओं के साथ मजाक किया तो किसान व आमजन विरोधी नीतियां लागू कर सरकार ने अपना स्वार्थ साधने का काम किया है।

मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने इनेलो की रैली में कांग्रेस नेता नहीं पहुंचने पर कहा कि हाईकमान ने सोच-समझकर रैली में शामिल नहीं होने का फैसला लिया होगा। कांग्रेस देश-प्रदेश में लगातार मजबूत हो रही है और इंडिया महागठबंधन देश-प्रदेश में मजबूत सरकार बनाने में सक्षम है। भाजपा सांसद रमेध बधूड़ी के बयान को श्रुति को शर्मनाक बताया और कहा कि भाजपा अपनी दादागिरी चला रही है। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान के बयान को लेकर कन्नी काटते हुए उनका अपना नीजि मत बताया। उन्होंने कहा कि जजपा का हरियाणा में जनाधार खत्म हो गया है और जनता भी इनको जवाब देने लगी है। अब मजबूरी में जजपा को राजस्थान भागना पड़ा। केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण के बिल को लेकर दिखावा बताया और कहा कि धरातल पर महिला आरक्षण को लेकर कुछ नहीं किया।