बहादुरगढ़ में मालवाहक रेलगाड़ी पटरी से उतरी

हादसे के तुरंत बाद रेलवे की टेक्निकल टीम मौके पर पहुंची और बे-पटरी हुए रेलगाड़ी के डिब्बे को वापस ट्रैक पर पहुंचाने का काम शुरू किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 4 घंटे में रेलगाड़ी को वापस ट्रैक पर लाया गया है। मालगाड़ी बे-पटरी होने की वजह से 3 पैसेंजर ट्रेनें और 2 एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही है।

बहादुरगढ़ || एक मालगाड़ी अचानक पटरी से उतर गई। हादसा मालगाड़ी के सामने अचानक 1 गोवंश के आने के कारण हुआ। हादसे के चलते मालगाड़ी का एक डिब्बा बे-पटरी हो गया। मालगाड़ी का पहिया पटरी से उतरने के बाद करीब 1 किलोमीटर दूर तक रेलवे ट्रैक से रगड़ खाता हुआ गया है जिसकी वजह से कई जगह इस ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे डीआरएम डिंपी गर्ग समेत कई विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस हादसे की वजह से करीब 3 घंटे तक रोहतक-दिल्ली रेलमार्ग प्रभावित रहा। 5 गाड़ियां अपने निर्धारित समय से देरी से चली। 
डीआरएम डिंपी गर्ग ने बताया कि सुबह के समय करीब 5:35 पर यह हादसा हुआ है। राजधानी दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन से मालगाड़ी रोहतक जा रही थी। उसी समय मालवाहक गाड़ी के सामने बहादुरगढ़ के नाहरा-नाहरी रोड फ्लाईओवर के पास अचानक एक सांड आ गया। जिसकी वजह से मालगाड़ी का एक डिब्बा बे-पटरी हो गया। हादसे के तुरंत बाद रेलवे की टेक्निकल टीम मौके पर पहुंची और बे-पटरी हुए रेलगाड़ी के डिब्बे को वापस ट्रैक पर पहुंचाने का काम शुरू किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 4 घंटे में रेलगाड़ी को वापस ट्रैक पर लाया गया है। मालगाड़ी बे-पटरी होने की वजह से 3 पैसेंजर ट्रेनें और 2 एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही है। जिनमें रोहतक-दिल्ली ईएमयू पैसेंजर ट्रेन, दिल्ली-भिवानी पैसेंजर ट्रेन, गोरखधाम एक्सप्रेस कालिंदी एक्सप्रेस शामिल है। मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने के कारण यात्रियों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। रेलवे स्टेशन पर ही यात्री अपनी ट्रेनों का इंतजार करते दिखाई दिए। 

डीआरएम डिंपी गर्ग का कहना है कि भविष्य में इस तरीके के हादसे ना हो इसके लिए रेलवे ट्रैक के पास फेंसिंग अथवा लोहे की ग्रिल लगाने पर विचार किया जाएगा। ताकि आवारा पशु रेलवे ट्रैक तक ना पहुंच सकें। इतना ही नहीं उन्होंने आम लोगों से भी रेलवे लाइन क्रॉस करने के लिए चिन्हित किए गए स्थानों का ही प्रयोग करने का आग्रह किया है ताकि किसी तरह के हादसों से बचा का सके।