ऑडिट ऑफिसर ने पीएमएवाईके के सिविल इंजीनियर से मांगी 50 हजार की रिश्वत, गिरफ्तार

मनदीप पंचकूला के पीएमएवाईके डिपार्टमेंट के अधीन कार्य करता है। नगरपालिका अधिकारियों के मुताबिक, मनदीप नगरपालिका का कर्मचारी नहीं है। आरोप है कि पीएमएवाईके के कागजातों के जांच के दौरान ऑडिट टीम के ऑडिट ऑफिसर प्रेमचंद ने कागजातों में कमी निकालनी शुरू कर दी और तीन-चार दिन से अनावश्यक दबाव मनदीप पर बनाना शुरू कर दिया।

घरौंडा (सुरेन्द्र पांचाल) || नगरपालिका में प्रधानमंत्री आवास योजना डिपार्टमेंट के तहत तैनात सिविल इंजीनियर से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले ऑडिट ऑफिसर को एंटी क्रप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रंगे हाथों काबू किया है। सिविल इंजीनियर पर ऑडिट ऑफिसर पीएमएवाईके कागजातों में कमियां निकालकर अनावश्यक दबाव बना रहा था। अब एसीबी पंचकूला की टीम आरोपी ऑडिट ऑफिसर से पूछताछ करेगी और रिश्वतखोरी से जुड़ी अन्य कडिय़ों तक पहुंचने का प्रयास करेगी। नगरपालिका में एसीबी की रेड़ के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई।
शहर की नगरपालिका में चंडीगढ़ की ऑडिट टीम अकाउंट की जांच करने के लिए पहुंची हुई थी। इसी दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के दस्तावेजों की भी टीम ने जांच पड़ताल की। पीएमएवाईके ब्रांच का कार्य सिविल इंजीनियर मनदीप चौधरी देखता है। मनदीप पंचकूला के पीएमएवाईके डिपार्टमेंट के अधीन कार्य करता है। नगरपालिका अधिकारियों के मुताबिक, मनदीप नगरपालिका का कर्मचारी नहीं है। आरोप है कि पीएमएवाईके के कागजातों के जांच के दौरान ऑडिट टीम के ऑडिट ऑफिसर प्रेमचंद ने कागजातों में कमी निकालनी शुरू कर दी और तीन-चार दिन से अनावश्यक दबाव मनदीप पर बनाना शुरू कर दिया।
ऑडिट ऑफिसर द्वारा मनदीप को धमकी दी गई थी कि वे रिपोर्ट में जो भी कुछ लिखेंगे वहीं सच माना जाएगा। अगर वह इस कार्रवाई से बचना चाहता है तो 50 हजार रुपए का इंतजाम कर ले। इस धमकी के बाद ही मनदीप ने पंचकूला की एसीबी को रविवार को शिकायत दे दी थी और ऑडिट ऑफिसर को सोमवार का समय दिया गया था। एसीबी पंचकूला टीम के इंस्पेक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में टीम सुबह 11 बजे ही नगरपालिका में पहुंच चुकी थी और घात लगाए बैठी थी। जैसे ही ऑडिट ऑफिसर प्रेमचंद मनदीप के पास पैसे लेने पहुंचा और जैसे ही मनदीप ने प्रेमचंद को पैसे दिए तो तुरंत एसीबी की टीम पहुंची और रंगे हाथों आरोपी को काबू कर लिया। घटना शाम करीब पांच बजे की है। घटना के बाद शहर में सनसनी फैल गई।
नगरपालिका सचिव प्रिंस कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑडिट टीम चंडीगढ़ से आई हुई थी और मनदीप से रिश्वत की डिमांड की थी। जिसे रंगे हाथों पंचकूला एसीबी की टीम ने पकड़ लिया है। मनदीप नगरपालिका का कर्मचारी नहीं है, वह पीएमएवाईके डिपार्टमेंट द्वारा नगरपालिका में तैनात किया गया है।