गुरुग्राम- वार्ड बंदी को लेकर शुरू हुआ विरोध, नियमो को ताक पर रख की गई वार्ड बंदी

वार्ड बंदी में साफतौर पर राजनीति बु रही है। जिसका सभी विरोध कर रहे है। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि इस वार्ड बंदी को ठीक किया जाए और जनसंख्या के हिसाब से बनाया जाए। नही तो आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

गुरुग्राम (संजय खन्ना) || नगर निगम चुनाव को लेकर जिला प्रशाशन दुवारा की गई वार्ड बंदी का विरोध शुरू हो गया है। लोगो ने इस वार्ड बंदी पर अभी से आपत्तियां जतानी शुरू कर दी है। जिला प्रशाशन दुवारा की गई वार्ड बंदी के ड्राफ्ट को लेकर कई वार्डों के सामाजिक लोग जिला उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचे। उपयुक्त कार्यालय पर पहुचे समाजिक संगठन के लोगो की माने तो वार्ड बंदी के दौरान नियमो का पालन नही किया गया है। 
डीसी ऑफिस पहुचे समाजिक संगठन के लोगो की माने तो जो वार्ड बंदी की गई है उसमें सरकारी पैमानों को दर किनार करके वार्ड बंदी को गलत तरीके से बनाया गया है । वार्ड बंदी में साफतौर पर राजनीति बु रही है। जिसका सभी विरोध कर रहे है। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि इस वार्ड बंदी को ठीक किया जाए और जनसंख्या के हिसाब से बनाया जाए। नही तो आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। संगठनों की माने तो किसी वार्ड में 13 हजार मतदाता है तो किसी वार्ड में 50 हजार से ज्यादा। जिससे इस वार्डबंदी पर संशय होने लगा है। 

गुरुग्राम के डीसी निशांत यादव की माने तो वार्ड बंदी का ड्राफ्ट तैयार कर सरकार के पास भेजा गया है। इस पर जो भी आपत्तियां होगी उन सभी पर गौर किया जाएगा। ऐसे में देखना होगा कि वार्ड बंदी को लेकर जिला प्रशाशन क्या रुख अख्तियात करता है और सामाजिक संगठन इससे कितना आश्वश्त होते है। यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल तो नई वार्ड बंदी को लेकर लोगो मे खासा रोष व्याप्त है।