शराब के ठेकों के आवंटन के बाद ग्रामीणों ने किया शराब के ठेका खोले जाने का विरोध

ग्रामीणों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर दम है तो ठेका खोल कर दिखाएं। सरकार कोई भी सजा दे मगर खांडसा गांव में इस ठेके को नहीं चलने दिया जाएगा। तस्वीरों में सड़क पर पड़े यह शराबी गवाह है उस उत्पात के जब शराब के नशे में हर रात खांडसा गांव की इस जमीन पर जम कर हंगामा होता है और यह कहीं और नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के किनारे होता है जिससे एक तरफ महिलाओं की लज्जा भंग होने का डर बना रहता है

गुरुग्राम || शराब के नए ठेकों के आवंटन के बाद साइबर सिटी में इनका विरोध शुरू हो गया है। साइबर सिटी के गांव खांडसा के बस स्टैंड के पास ठेका खोले जाने का गांव की महिलाओ ने जम कर विरोध किया। महिलाओं की माने तो जब से गांव के बाहर ये ठेका खुल्ला है तब से छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो गई है। इसी को लेकर ठेके के सामने धरना देने को मजबूर हो गई है। खांडसा गांव के लोगों की माने तो यहां आए दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और शराब के नशे में शराबी उत्पात मचाते नजर आते हैं इसकी शिकायत कई विभागों से की जा चुकी है मगर कार्रवाई नहीं हुई। 
वाइन शाप के बाहर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने फैसला किया है कि इस ठेके को इस साल यहां नहीं चलने दिया जाएगा और ठेके के ही सामने धरने पर बैठ गए। महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे सभी तपती गर्मी में ठेके के सामने धरने पर बैठ गए है। वही ग्रामीणों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर दम है तो ठेका खोल कर दिखाएं। सरकार कोई भी सजा दे मगर खांडसा गांव में इस ठेके को नहीं चलने दिया जाएगा।

तस्वीरों में सड़क पर पड़े यह शराबी गवाह है उस उत्पात के जब  शराब के नशे में हर रात खांडसा गांव की इस जमीन पर जम कर हंगामा होता है और यह कहीं और नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के किनारे होता है जिससे एक तरफ महिलाओं की लज्जा भंग होने का डर बना रहता है तो दूसरी ओर बड़ी दुर्घटना होने का मगर एक्साइज डिपार्टमेंट सिर्फ अपनी टैक्स वसूली की आड़ में आम जनता की लज्जा और सुरक्षा के साथ ढील बरतता नजर आ रहा है। 

तस्वीरें में देख सकते है कि कैसे नेशनल हाईवे के ऊपर टेबल लगाकर शराबी शराब पी रहे हैं और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। इन तस्वीरों से साइबर सिटी गुरुग्राम की छवि एक बार फिर शर्मसार होती नजर आ रही है । विभाग अपना पल्ला यह कहकर झाड़ लेता है कि यह ठेके अपनी फीस भर चुके हैं और इस लोकेशन का लाइसेंस इन्होंने लिया है। मगर आम जनता लोकेशन को लेकर लड़ाई लड़ रही है और कह रही है कि इस ठेके को यहां से हटा कर कुछ दूरी पर बना दिया जाए ,जिससे खांडसा गांव के लोग अपना जीवन अपनी आबरू को बचा सके। फिलहाल इस मामले में कई शिकायतें मुख्यमंत्री विंडो और एक्साइज विभाग को दे दी गई है मगर अभी तक ग्रामीणों की आवाज सुनने वाला कोई फैसला विभाग की तरफ से नहीं आया है। ऐसे में ग्रामीणों ने फैसला ले लिया है कि अब चाहे कुछ हो जाए मगर धरना ठेके के सामने से नहीं हटेगा और इस ठेके को खुल्लने नहीं दिया जाएगा।