रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है !

रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है ! एक इंसान ट्रेन में रिजर्वेशन करता है ताकि उसका सफर आसान हो जाए ! अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां पर रिजर्वेशन कराने पर भी लोग ट्रेन में बैठना तो दूर ट्रेन में चढ़ भी नही पाता ! गलती से अगर चढ़ भी गया तो उसको उतना इतना मुस्किल हो जाता है ! एक तरफ जहां भारत सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है वहीं भारतीय रेल में अगर अमृतसर से कटिहार जाने वाली ट्रेन में गलती से रिजर्वेशन करवा ली तो फिर उसमे बैठना मुस्किल ही नही बल्कि नामुमकिन होता है ! लड़कियों के साथ ऐसे धक्का मुक्की होती है कि अगली बार लड़की इस ट्रेन में कभी जाने के नाम से ही कांप जाए ! ये हाल अमृतसर से कटिहार जाने वाली ट्रेन का है ! जिसमे रिजर्वेशन कराने वाला व्यक्ति चढ़ नही पाता वहीं जनरल सवारियों को ठूंस ठूंस कर भरा जाता है ! हालंकि जब इस बारे में अंबाला रेलवे मंडल के DRM से बात कि तो उन्होंने उचित करवाई का आश्वाशन जरूर दिया !

सफर अच्छा और आसान हो इसके लिए हर इंसान भारतीय रेल में रिजर्वेशन करवाना पसंद करता है ! लेकिन तब क्या हो जब ये रिजर्वेशन ही उसके लिए मुसीबत बन जाए ! ऐसा ही नजारा अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर हर रोज देखने को मिलता है ! कहना गलत नहीं होगा कि मानवता को भी शर्मशार कर देने वाला मंजर होता है ! तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से ट्रेन में से उतरना और चढ़ना कितना मुस्किल होता है ! इंसान रिजर्वेशन इस लिए कराता है ताकि उसका सफर आसान हो जाए और वो आराम से बैठकर अपनी मंजिल की तरफ जा सके ! खासकर लड़कियों और महिलाओं के लिए तो ऐसा ही सोचा जा सकता है कि रिजर्वेशन करा ली अब आसानी से वो अपनी मंजिल की तरफ जा सकती है ! लेकिन अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर मानवता को शर्मशार कर देने वाला मंजर हर रोज देखने को मिलता है ! जिन लोगों ने अमृतसर से कटिहार जाने वाली ट्रेन में गलती से अगर रिजर्वेशन करा ली तो पहले तो वो ट्रेन में चढ़ ही नहीं पाता और अगर चढ़ भी गया तो फिर उतर नहीं पाता ! बता दें कि अमृतसर से कटिहार जाने वाले ट्रेन में ज्यादातर लोग बिहारी होते है और रेलवे प्रशासन अपने थोड़े से मुनाफे के लिए जनरल टिकट काट कर इस ट्रेन में लोगों को बिठाता रहता है जबकि जिन्होंने इस ट्रेन में रिजर्वेशन करा रखी होती है वो इस ट्रेन में बैठ ही नहीं पाता वहीं रेलवे प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों के लिए कोई सहायता नहीं की जाती ! भारत सरकार ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दिया था लेकिन इस ट्रेन में बेटियों के साथ कैसा सलूक होता है ये देखकर ही रुह कांप जाती है ! ट्रेन में अगर महिलाए बैठ भी गई तो फिर उनको उतरना बहुत मुस्किल हो जाता है ! हमारी टीम के सामने महिलाओं ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया और रेलवे के अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए कि किस तरह वो जनरल टिकट देकर ट्रेन में चढ़ाते है ! कई महिलाओं और लोगों को तो ट्रेन ही छोड़नी पड़ती है ! वहीं रेलवे प्रशासन ने ऐसी भी सुविधा नहीं रखी कि अगर उस ट्रेन में किसी वजह से यात्री नही चढ़ पाया तो उसको दूसरी ट्रेन में भेज दिया जाए ! उस यात्री के टिकट के पैसे भी जीरो हो जाते है हालंकि इसमें गलती रेलवे प्रशासन की होती है और खामियाजा यात्री को भुगतना पड़ता है ! तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार से महिलाएं रो रही है और रेलवे प्रशासन को गालियां दे रही है !
हमारी टीम ने इस बारे में जब रेलवे मंडल अंबाला के DRM मनदीप सिंह भाटिया से बात कि तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आप लोगों ने ये मामला लाया है तो जिन गाड़ियों में इस तरह की प्रोब्लम होती है तो उसमे हम कमर्शियल स्टाफ और RPF स्टाफ लगाकर कोशिश करते है कि जो रिजर्वेशन धारक यात्री है वो आराम से यात्रा कर सके ! वहीं उन्होंने हमारी टीम द्वारा बताई गई समस्या को जांच कराने का आश्वाशन दिया ! हालंकि देखना होगा कि कब तक इसकी जांच होती है और कब तक यात्रियों को राहत मिल पाती है !