पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने भाजपा में शामिल होते ही खोल दी कांग्रेस व जजपा की पोलपट्टी

पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार मीडिया के समक्ष कांग्रेस व जजपा की पोल पट्टी खोल दी। कहा कि कांग्रेस ने टिकट की गारंटी नहीं दी वहीं भाजपा ने उनकी लाज रखी तो वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। कांग्रेस ने उनको धोखा देते हुए टिकट काटकर दूसरे को टिकट दे दी थी। कांग्रेस ने मेरी लाज नहीं रखी तो पार्टी से दूरी बनाई। वहीं जजपा बारे सांगवान ने कहा कि उन्होंने अपनी मां नैना चौटाला जीताने के लिए मुझसे धोखा किया तो मै हार गया। अब भाजपा के साथ क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं के सम्मान को लेकर शामिल हुआ हूं।

चरखी दादरी। पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार मीडिया के समक्ष कांग्रेस व जजपा की पोल पट्टी खोल दी। कहा कि कांग्रेस ने टिकट की गारंटी नहीं दी वहीं भाजपा ने उनकी लाज रखी तो वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। कांग्रेस ने उनको धोखा देते हुए टिकट काटकर दूसरे को टिकट दे दी थी। कांग्रेस ने मेरी लाज नहीं रखी तो पार्टी से दूरी बनाई। वहीं जजपा बारे सांगवान ने कहा कि उन्होंने अपनी मां नैना चौटाला जीताने के लिए मुझसे धोखा किया तो मै हार गया। अब भाजपा के साथ क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं के सम्मान को लेकर शामिल हुआ हूं।

दरअसल पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान भाजपा में शामिल होने के बाद दादरी में व्यापारियों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे थे। यहां व्यापारियों ने सांगवान का स्वागत किया और हर संभव साथ देने का वादा किया। सांगवान ने अपने संबोधन में कहा कि वे क्षेत्र के विकास के लिए ही भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि दूसरी पार्टियों के भी ऑफर थे, बावजूद इसके दादरी को आगे बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करके ही भाजपा में आए हैं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस व जजपा को लेकर कटाक्ष किये। सांगवान ने कहा कि जजपा वालों ने अपनी मां नैना चौटाला को जीताने के लिए उनकी अनदेखी की जिसके चलते वह हार गया। साथ ही किरण के नाम पर झटकते हुए कहा कि किरण चौधरी ने हमेशा मेरी खिलाफत करने वाली की। यही कारण है कि आज वे राजनीति में हाशिये पर हैं। किरण चौधरी व धर्मबीर सिंह एक हो गए थे और दोनों ने मिलकर मेरी विधानसभा चुनाव में खिलाफत की। अकेला रहते भी मजबूरी में कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए जजपा से चुनाव लड़ते हुए दूसरे स्थान पर रहा। कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद दादरी में रिकार्ड विकास होगा, अगर रंग नहीं बदलेगा नहीं चुनाव नहीं लडुंगा। साथी ही कहा कि चुनाव लड़ने से सन्याय लिया है राजनीति से नहीं, परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़ाने के लिए भाजपा ज्वाइन की है।