कैथल में मोदी सरकार पर बरसे सुरजेवाला, आरएसएस के आरक्षण वाले बयान पर भाजपा को घेरा...

आज किसान भवन अपने निवास पर अखिल भारतीय कांग्रेस कोर कमेटी सदस्य, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का एक ही अजेंडा है कि पंडित जवाहरलाल नेहरु, सरदार पटेल, बाबा साहेब अम्बेडकर के द्वारा जारी गरीबों के लिए दिए गए आरक्षण को खत्म करना है। आज के न्यूज पेपरों में छपी संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान कि आरक्षण के मुद्दे पर फिर से विचार करने करने की जरुरत है व उन्होंने इस चर्चा की फिर से वकालत करने का पक्ष रखा।

कैथल में मोदी सरकार पर बरसे सुरजेवाला, आरएसएस के आरक्षण वाले बयान  पर भाजपा को घेरा...
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कैथल,(विपिन शर्मा भारद्वाज)।। सुरजेवाला ने कहा कि गरीबों  के आरक्षण को खत्म करने के षड्यंत्र व संविधान बदलने की भाजपा की अगली नीति बेनकाब हो चुकी है जो भाजपा व आरएसएस के दलित व पिछड़ा विरोधी चेहरे को बेनकाब करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले आरएसएस संघ प्रचारक प्रमुख मनमोहन वैद्द का बयान कि आरक्षण के नाम पर सालों तक लोगों को अलग करके रखा गया, इसे ख़त्म करने की जिम्मेदारी हमारी है। आरक्षण से अलगाववाद को बढ़ावा मिलता है और मोहन भागवत का बयान कि आरक्षण पर राजनीति हो रही है और इसका दुरूपयोग किया जा रहा है इसलिए आरक्षण पर फिर से विचार करने की जरुरत है।  आज एक बार फिर संघ प्रचारक प्रमुख मोहन भागवत ने सच्चाई यह है कि भाजपा दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों के आरक्षण को ख़त्म करने का षडयंत्र कर रही है। सच्चाई यह है कि बीजेपी गरीबों, दलितों व पिछड़े वर्ग के लोगों के अधिकार व सम्मान को कुचलना चाहती है।  

सुरजेवाला ने कहा कि आज देश व प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। मोदी  व खट्टर सरकार ने दलितों को उनके अधिकारों से वंचित रखा है। भाजपा सरकार द्वारा दलित अधिकारों पर लगातार आक्रमण किया गया, उनका सामाजिक शोषण किया गया, दलित भाजपा सरकार में आज आर्थिक अनदेखी का शिकार हुए हैं और सरकारी भेदभाव का दंश झेल रहे हैं। दलितों को संविधान आरक्षण का जो लाभ मिल रहा था उस पर भी लगातार हमले किए जा रहे हैं।

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सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल 2010 में गरीबों के लिए शुरू किया गया एससी सबप्लान को भी भाजपा सरकार ने ख़त्म करने के निर्णय को एक बड़ी साजिश को अंजाम दिया है। यह कदम गरीबों व दलितों की सरकारों के बजट में सीधे सीधे हिस्सेदारी को ख़त्म करना है।  सरकार ने दलितों के लिए चलाई की स्कीमों को भी कम कर दिया। देश में दलित कल्याण के लिए  294 योजनाएं चल रही थी, लेकिन मोदी सरकार ने इनमें 38 योजनाओं पर कैंची चला दी और अब यह योजनाएं  256 रह गई हैं।दलितों की घटती नौकरियों व बैकलाग पर चिंता व्यक्त करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने सरकारी नौकरियों में दलितों की हिस्सेदारी लगभग ख़त्म कर दी है। आज भी देश में बैकलाग में  लगभग 50 हजार पद गरीबों के खाली पड़े हैं। 

सुरजेवाला ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार आज देश में हर 9 मिनट में एक दलित पर अत्याचार होता है। हैदराबाद में रोहित वेमला केस हो या फिर सोपार जैसे मामले, पूरे देश में दलितों पर अत्याचार को रोकने के बजाए इस मोदी सरकार ने इसे बढ़ावा देने का काम किया। यही नहीं दलितों की आवाज दबाने के लिए एससी एसटी कानून को ही समाप्त करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि गुजरात के ऊना में उधेड़ी गई दलितों की चमड़ी, राजस्थान में डेल्टा मेघवाल की बलात्कार के बाद हत्या, महाराष्ट्र में 21 साल के दलित की गाड़ी से कुचलकर हत्या, सहारनपुर में दलितों के मकान को जलाया जाने पर भी आज तक किसी भी दोषी पर कोई कार्रवाई नही की मोदी सरकार ने। 

सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार दलितों के साथ संस्थागत स्तर पर अन्याय करती आ रही है। मुख्यमत्री खट्टर ने हरियाणा के गरीब के सम्मान पर हमला बोला है पलवल में डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी की जयन्ती पर आयोजित भाजपा की रैली में खट्टर ने एक दलित पूर्व विधायक राम रतन को मंच से बोलने तक नहीं दिया गया वो खट्टर के इस बर्ताव के कारण स्टेज पर फुफक फुफक कर रोते रहे,इससे पहले भी 15 अगस्त 2015 को विधायक बिशम्भर बाल्मिकी का अपमान और फिर संतोष सारवान पर भाजपा के गुंडों द्वारा हमला होने पर भी कोई कोई कार्रवाई न होना खट्टर द्वारा इस तरह का बर्ताव दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। इससे भाजपा का दलित पिछड़ा विरोधी चेहरा हुआ बेनका