पाथेडा की सरपंच कृष्णा देवी द्वारा डस्टबिन व सोलर लाइट की खरीद में घपला

बीडीपीओ कनीना ने इस घोटाले से संबंधित एक एफआईआर महेंद्रगढ़ थाने में दर्ज करवा दी थी । उसके बाद हम डीसी से बहुत बार मिले पर उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया । इसके आधार पर हम सरपंच कृष्णा को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। इसमें हमे अधिकारी से पहले तो जवाब मिला कि सस्पेंड हो जाएगी लेकिन ऊपर से दबाव के कारण वह अभी तक सस्पेंड नहीं हुई है यह घोटाला एक लाख सैंतीस हज़ार दो सौ एक रुपये का है ।

पाथेडा की सरपंच कृष्णा देवी द्वारा डस्टबिन व सोलर लाइट की खरीद में घपला

महेन्दरगढ़ (सुशील शर्मा ) |  महेंद्रगढ़ के गांव पाथेडा की सरपंच कृष्णा देवी द्वारा डस्टबिन व सोलर लाइट की खरीद में कुछ घपला पाने पर उनके खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज के बाद उन्हें निलंबित करने की मांग उठाई  है । शिकायतकर्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशासन से मांग की है कि एक सप्ताह में इसके खिलाफ कार्यवाही करे अन्यथा आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जायेगा। शिकायतकर्ता बच्चन सिंह ने बताया कि हमारे गांव की सरपंच कृष्णा ने डस्टबिन और सोलर लाइट खरीदी थी। उसमें इन्होंने कुछ घपला किया हुआ है इस बात का खुलासा मैंने विभाग से जब इसकी आरटीआई के माध्यम से सूचना मांगी तब पता लगा। उसके बाद मैंने इसकी सीएम विंडो में शिकायत की थी तो उसमें एसडीओ पंचायत ने इसकी इंक्वायरी की और उन्होंने डस्टबिन में घोटाला होने की बात कही और जिसमे से कुछ डस्टबिन गायब भी मिले । उसके बाद बीडीपीओ कनीना ने उसका गबन निकाला और गबन निकाल कर के उसको नोटिस जारी कर दिए थे। उसने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही इसके पैसे भरे । बीडीपीओ कनीना ने इस घोटाले से संबंधित एक एफआईआर महेंद्रगढ़ थाने में दर्ज करवा दी थी । उसके बाद हम डीसी से बहुत बार मिले पर उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया । इसके आधार पर हम सरपंच कृष्णा को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं।  इसमें हमे अधिकारी से पहले तो जवाब मिला कि सस्पेंड हो जाएगी लेकिन ऊपर से दबाव के कारण वह अभी तक सस्पेंड नहीं हुई है यह घोटाला एक लाख सैंतीस हज़ार दो सौ एक रुपये का है । गांव पाथेडा के निवासी रिटायर्ड कैप्टन हुकम सिंह ने बताया कि हमारे गांव की सरपंच कृष्णा देवी ने डस्टबिन और सोलर लाइट खरीदी थी जिसमे डस्टबिन और सोलर लाइट में कुछ घपला नजर आया था । तब बचन सिंह ने उसकी आरटीआई मांग करके सीएम विंडो में शिकायत लगा दी । सीएम विंडो में शिकायत लगाने के बाद में एसडीओ पंचायत ने गांव में आकर के जांच की । जांच में जब डस्टबिन की गिनती की गई तो 46 डस्टबिन ही मौके पर पाये गये और चार डस्टबिन गायब मिले । जबकि 50 डस्टबिन का बिल है और इनकी खरीद की गई । उसके बाद में वह जांच रिपोर्ट उन्होंने बीडीपीओ कनीना को सौंप दी । बीडीपीओ कनीना ने अपने पूरे वर्कआउट के साथ में उसमें 137201 रूपया ओर 78 पैसे का गमन निकाला गया । गमन निकालने के बाद में बीडीपीओ कनीना ने संबंधित सब विभागों में इसको अपलोड कर दिया । उसके बाद में हम एप्लीकेशन लेकर के डीसी साहब को मिले और हमने कहा कि सरपंच कृष्णा देवी ने गबन किया है । इसको सरपंच पद पर रहने का कोई हक नहीं है । तो डीसी ने कहा कि ठीक है हम इस को सस्पेंड करते हैं तो उन्होंने इस एप्लीकेशन पर रिमार्क किया और एप्लीकेशन को आगे भेज दिया और वह एप्लीकेशन जब वापस आयी तो उस पर लिखा गया था की कृष्णा देवी को निलंबित किया जाए और गबन के पैसे बरामद किए जाए । उसके बाद में सिफारिश लगने के बाद में वह वही की वही रोक दी गई । बीडीपीओ कनीना को हमने फिर दोबारा एप्लीकेशन लगाई की कृष्णा देवी को हक नहीं है सरपंच पद पर रहने का इस पर कार्रवाई की जाए । तो दो बार उन्होंने उस को नोटिस जारी किया और किसी भी नोटिस का उन्होंने जवाब नहीं दिया और पैसे भी नहीं दिए । इसी पर कार्रवाई करते बीडीपीओ कनीना ने एफ आई आर दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन महेंद्रगढ़ को लेटर लिखा और उन्होंने एफ आई आर दर्ज कर दी । एफआईआर नंबर 202 है और आईपीसी की धारा 409 के तहत इस में मुकदमा दर्ज किया गया । डीसी साहब ने भी उन को कारण बताओ नोटिस जारी कीया है । लेकिन उसमें कोई सुनवाई नहीं हुई और वो नोटिस फॉर्मेलिटी के तौर पर ही रह गया । उसके बाद 29-06-2018 को सीएम ऑफिस से उनको लेटर आया कि शिकायतकर्ता के गमन की पूर्ति कर के पैसे भरवाए जाएं और पैसे विभाग में जमा कराए जाए । इस पर डीसी साहिबा ने कोई एक्शन नहीं लिया । उसके बाद सरपंच कृष्णा देवी ने झूठी अपील लगा कर के पुलिस को गुमराह कर दिया और पुलिस स्टेशन में भी कोई एक्शन नहीं लिया गया ।