कार सवार ने सभी हदे की पार, टक्कर मारने के बाद डेढ़ किलोमीटर तक 8 साल के बच्चे को घसीटता रहा

जानकारी के अनुसार HR11G3627 नम्बर की सफेद मारुति स्विफ्ट कार की तेज रफ्तार ने सबसे पहले लाखनमाजरा के जयभगवान की बाइक को टक्कर मार दी, जयभगवान अपने 8 साल के बच्चे के साथ घर जा रहा था, टक्कर लगने के बाद जयभगवान साइड में जा गिरा तो 8 साल का यश गाड़ी के बंफर में उलझ गया आरोपी ने गाड़ी को भगाया ओर यश डेढ़ किलोमीटर तक घसीटता रहा।

रोहतक || एक सनकी कार चालक ने 8 किलोमीटर के दायरे में दो बाइक को टक्कर मार एक बच्चे समेत तीन लोगों की जान ले ली, यही नही बेरहम आरोपी 8 साल के बच्चे को डेढ़ किलोमीटर तक कार के नीचे घसीटते हुए ले गया जिससे बच्चे का आधा हिस्सा ही खत्म हो गया। तेज रफ्तार का कहर यही नही रुका बल्कि बाइक से ही घर जा रहे दूसरे युवकों को टक्कर मार मौत के घाट उतार दिया। आरोपी तीनों की जान लेने के बाद कार को वहीं छोड़ फरार हो गया। हद तो तब हो गई जब पुलिस कर्मी घायलों को हॉस्पिटल ले जाने के लिए एम्बुलेंस का इंतज़ार करते रहे तब एक घण्टे तड़फने के बाद घायल ने भी दम तोड़ दिया।

तेज रफ्तार के कहर ने एक बच्चे समेत तीन लोगों की जान तो ले ली लेकिन पुलिस ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दो घायलों के पास करीबन 1 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे पुलिसकर्मियों के सामने ही घायल ने दम तोड़ दिया बाद में घायल के भाई ने आकर चेक किया तो घायल की धड़कन चल रही थी लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते युवक की जान चली गई। जानकारी के अनुसार HR11G3627 नम्बर की सफेद मारुति स्विफ्ट कार की तेज रफ्तार ने सबसे पहले लाखनमाजरा के जयभगवान की बाइक को टक्कर मार दी, जयभगवान अपने 8 साल के बच्चे के साथ घर जा रहा था, टक्कर लगने के बाद जयभगवान साइड में जा गिरा तो 8 साल का यश गाड़ी के बंफर में उलझ गया आरोपी ने गाड़ी को भगाया ओर यश डेढ़ किलोमीटर तक घसीटता रहा। आरोपी कार चालक की रफ्तार कम नहीं हुई तो, आगे बाइक से घर जा रहे दो दोस्तों को भी टक्कर मार दी, जिनकी पहचान मदीना गांव के रहने वाले नरेंद्र व जयदीप के रूप में हुई है। आरोपी कार को थोड़ी दूर छोड़ कर फरार हो गया।
वहीं दूसरी ओर मृतक के भाई संदीप कुमार का कहना है की डायल 112 और पुलिसकर्मी 1 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे यदि वह लोग समय से इन्हें मेडिकल में ले जाते तो इनकी जान बच सकती थी। उन्होंने बताया कि जब वह आए तो घायलों की धड़कन चल रही थी और वह जिंदा थे। सरासर पुलिस की लापरवाही के कारण इनकी जान गई है। वहीं घर जा रहे रवि कुमार के राहगीर ने बताया कि स्विफ्ट गाड़ी तेजी से आ रही थी जिसकी स्पीड लगभग 120 किलोमीटर के आसपास थी जिसने अपने नीचे एक छोटे से बच्चे को घसीटा और यहां छोड़कर फरार हो गया। 

वहीं पुलिस अधिकारी सुरेश कुमार का कहना है की उन्हें सूचना मिली थी की एक्सीडेंट हो गया है जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे और इस सारे मामले में कार्रवाई की। गौरतलब है कि दो अलग-अलग जगह पर एक्सीडेंट होने की वजह से दो थानों के अंतर्गत दुर्घटना क्षेत्र पड़ते हैं और दो थानों की पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पुलिस के पास साधन होने के बाद भी घायलों को मेडिकल में नहीं ले जाया गया अगर समय रहते हॉस्पिटल में घायल पहुंच जाते हैं तो उनकी जान बच सकती थी।