उत्तरप्रदेश के राज्य पक्षी सारस को भा रहा केन नदी का किनारा...

मध्यप्रदेश का पन्ना टाइगर रिजर्व वन्य जीव जंतुओं एवं पक्षियों के रहवास के लिए बहुत अनुकूल माना जाता है। यहां पर मौजूद घने जंगल एवं देश की एकलौती सबसे शुद्ध जल के लिए पहचान बनाने वाली केन नदी बहती है। यही कारण है कि यहां पर प्रवासी पक्षी सैकड़ो की संख्या में पाए जाते हैं।

उत्तरप्रदेश के राज्य पक्षी सारस को भा रहा केन नदी का किनारा...

Panna, MP (Atul Raikwar) || मध्यप्रदेश का पन्ना टाइगर रिजर्व वन्य जीव जंतुओं एवं पक्षियों के रहवास के लिए बहुत अनुकूल माना जाता है। यहां पर मौजूद घने जंगल एवं देश की एकलौती सबसे शुद्ध जल के लिए पहचान बनाने वाली केन नदी बहती है। यही कारण है कि यहां पर प्रवासी पक्षी सैकड़ो की संख्या में पाए जाते हैं। लेकिन इसके साथ-साथ अब उत्तर प्रदेश का राज्य पक्षी सारस का जोड़ा भी पीटीआर की केन नदी में देखा गया है। जिसकी फोटो पन्ना टाईगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा जारी की गई है।

फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि सबसे लंबी उड़ान भरने वाला धरती का सबसे बड़ा पक्षी सारस पन्ना टाइगर रिजर्व से बहने वाली केन नदी के तटों पर देखे जा रहे हैं। सारस पक्षी का एक जोड़ा पिछले कई दिनों से यहां पर घूम रहा है।इसलिए ऐसा लग रहा है कि केन नदी के किनारों का वातावरण सारस के इस जोड़े को बहुत पसंद आ रहा है। सारस को उत्तरप्रदेश के राज्य पक्षी का दर्जा मिला है। इसके साथ ही यहाँ पर रंग बिरंगे 247 प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। पर्यावरण के सबसे बेहतरीन सफाईकर्मी कहे जाने वाले और एक देश से दूसरे देश तक उड़ान भरने वाले गिद्ध भी पीटीआर में बड़ी संख्या में मौजूद है।

सारस पक्षी के जोड़े को प्रेम का सबसे बड़ा प्रतीक इसलिए माना जाता है कि यह हमेशा जोड़े में भी रहता है।इस पक्षी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अपने जीवन काल में यह सिर्फ एक बार जोड़ा बनाता है और जोड़ा बनाने के बाद जीवन भर साथ निभाता है। यह भी माना जाता कि यदि किसी कारण से एक साथी मर या बिछड़ जाए तो दूसरा भी उसके वियोग में अपने प्रांण त्याग देता है। वही इस पक्षी को किसान मित्र भी कहा जाता है।